इस फंडिंग के साथ, “स्पाइस ब्रदर्स” भारत में मसाले के क्षेत्र में फंडिंग प्राप्त करने वाला पहला ई-कॉमर्स ब्रांड बन गया है
राष्ट्रीय, अगस्त 2024: प्रमुख मसाला ब्रांड, ज़ॉफ़ ने जेएम फाइनेंशियल इंडिया ग्रोथ फंड III के माध्यम से जेएम फाइनेंशियल प्राइवेट इक्विटी से सफलतापूर्वक 40 करोड़ रुपए जुटा लिए हैं।
कंपनी इस फंडिंग का उपयोग नए प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने और व्यवसाय को रेडी-टू-कुक, मसालें, कुकिंग पेस्ट और सीज़निंग किट जैसे नए क्षेत्रों में विस्तार करने के लिए करेगी। इसी के साथ कंपनी सामान्य व्यापार, आधुनिक ट्रेड चैनल्स और अन्य रिटेल आउटलेट्स के माध्यम से अपने ऑफलाइन डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बना रही है।
कंपनी का उद्देश्य मार्केटिंग पहलों के माध्यम से विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर अपनी ब्रांड की उपस्थिति को बढ़ाना और ब्रांड के व्यापार और निर्यात को बढ़ाने के लिए बाजार में एक मजबूत ऑफलाइन नेटवर्क बनाना है।
पिछले कुछ सालों में, ज़ॉफ़ भारत का ऐसा पहला ई-कॉमर्स ब्रांड बन गया है, जिसने इस विशेष क्षेत्र में फंडिंग प्राप्त की है। इन सालों में इसने क्यू-कॉमर्स पर ध्यान केंद्रित करके ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की है, जिससे ब्रांड ने बेहद कम समय में मसाला बाजार में बड़ा नाम कमाया है और लाभदायक राजस्व दर्ज किया है।
बाजार में अपनी अलग पहचान बनाने के बाद, ज़ॉफ़ अब इस फंडिंग के साथ एक 360-डिग्री मॉडल पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने व्यवसाय को बढ़ाने की योजना बना रहा है। पूरे भारत में मजबूत उपस्थिति के साथ, कंपनी अब देश के टियर-II और टियर-III शहरों में अपनी पहुँच बढ़ाकर अपनी उपस्थिति का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
2018 में दो भाइयों आकाश अग्रवाल और आशीष अग्रवाल द्वारा स्थापित ज़ॉफ़, उद्योग में पहले ही एक पहचान बना चुका है। ब्रांड ने बोट के को-फाउंडर और सीएमओ, श्री अमन गुप्ता से शार्क टैंक इंडिया में फंडिंग हासिल की थी। अग्रवाल बंधुओं का उद्देश्य ज़ॉफ़ को भारत का अग्रणी ऑनलाइन मसाला ब्रांड बनाना और एवररेस्ट और एमडीएच के बाद तीसरा राष्ट्रीय ब्रांड बनाना है। उनकी दूरदृष्टि और दृढ़ संकल्प कंपनी की वृद्धि और सफलता को बढ़ावा दे रहे हैं।
फंडिंग पर बात करते हुए श्री आकाश अग्रवाल, को-फाउंडर, ज़ॉफ़, ने कहा, “जेएम फाइनेंशियल प्राइवेट इक्विटी से फंडिंग प्राप्त करना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हमारी कंपनी ने पिछले कुछ सालों में तेजी से वृद्धि की है और यह निवेश हमें अपने संचालन को बढ़ाने और साथ ही अपनी पहुँच का विस्तार करने के लिए प्रेरित करेगा। ज़ॉफ़ में, उन्नत तकनीक के साथ हमारे अत्याधुनिक, ऑटोमेटेड प्लांट से बने प्रोडक्ट्स, हमारे ग्राहकों को सुरक्षित और स्वच्छ प्रोडक्ट्स प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मिलेनियल्स और जेन जेड अपने परिवारों में प्रमुख निर्णय लेने वाले बन रहे हैं। अपनी मजबूत ऑनलाइन उपस्थिति और आधुनिक ब्रांड छवि के साथ, हम इस तेजी से बढ़ते समूह के लिए एक विश्वसनीय विकल्प बनने के लिए तत्पर हैं। जेएम फाइनेंशियल प्राइवेट इक्विटी के साथ निवेश और साझेदारी से हमें अपनी विस्तार योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। हमारा लक्ष्य भारत में सबसे भरोसेमंद फूड ब्रांड्स में से एक बनना है।”
निवेश पर टिप्पणी करते हुए, श्री डेरियस पंडोले, मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, प्राइवेट इक्विटी और इक्विटी एआईएफ, जेएम फाइनेंशियल, ने कहा, “फूड इंडस्ट्री में ब्रांड के मसाले सबसे आकर्षक श्रेणियों में से एक के रूप में खुद को स्थापित कर चुके हैं। भारत में मसालों की बहुत महत्ता है, इसके बावजूद यहाँ का बाजार अत्यधिक असंगठित है। लेकिन, हम विशेष रूप से कोविड के बाद स्वच्छता, गुणवत्ता और स्वास्थ्य जागरूकता पर बढ़ते फोकस के कारण इन असंगठित बाजारों को संगठित बाजारों में तब्दील होते हुए देख रहे हैं। प्रमुख ऑनलाइन मसाला ब्रांड, ज़ॉफ़ ने भारत के सभी प्रमुख ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर एक मजबूत उपस्थिति स्थापित की है, और खुद को मसाला बाजार में एक प्रमुख विकल्प के रूप में स्थापित किया है। हमारा मानना है कि ज़ॉफ़ भविष्य में एक अग्रणी मसाला ब्रांड बनकर उभरेगा।”
शार्क टैंक पर अपनी उपस्थिति के बाद यह ज़ॉफ़ का दूसरा बड़ा निवेश है। जेएम प्राइवेट इक्विटी के साथ अपने डील में, मोज़ेक कैपिटल सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड (मोज़ेक कैपिटल) ने एस्क्वायर फूड एंड बेवरेजेस प्राइवेट लिमिटेड के लिए विशेष वित्तीय सलाहकार के रूप में काम किया।
ज़ॉफ़ पूर्णतः ऑटोमेटेड मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का प्रयोग करने वाली चुनिंदा कंपनियों में से एक है, जो कच्चे मसालों के स्वाद और सुगंध को लम्बे समय तक बनाए रखने में मदद करता है। ब्रांड की की मल्टी-लेयर्ड ज़िपलॉक पैकेजिंग मसालों को लंबे समय तक ताज़ा रखती है।