कौन करेगा करोड़ों के निर्माण कार्यों के गुणवत्ता की जांच!

  • मुख्यमंत्री के निरीक्षण के बाद कारागार विभाग में मची खलबली
  • गुणवत्ता परखने की जिम्मेदारी अधिशासी और सहायक अभियंता के हाथ में, दोनों पद खाली
  • ओपन जेल समेत प्रदेश में चल रहे कई सौ करोड़ों के निर्माण कार्य

राकेश यादव

लखनऊ। प्रदेश के कारागार विभाग में निर्माण कार्य की गुणवत्ता परखने के न तो कोई अधिशासी अभियंता है और न ही कोई सहायक अभियंता। ऐसे में मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद निर्माण कार्य की गुणवत्ता की परख कौन करेगा। यह बड़ा सवाल है। विभाग के निर्माण अभियंत्रण कक्ष के नौ के नौ पद खाली पड़े हुए है। विभाग में बगैर किसी इंजीनियर के प्रदेश में ओपन जेल समेत करोड़ों के निर्माण कार्य चल रहे है। ऐसे में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को आंक पाना आसान नहीं है। दिलचस्प बात यह है कि निर्माण कार्यों की जिम्मेदारी अभियंत्रण कक्ष के बजाए शासन में बैठे विभाग के मुखिया के हाथों में हैं।उधर इस मसले पर विभाग के आला अफसर कोई भी टिप्पणी करने से बच रहे है।

अभी हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो दिवसीय वाराणसी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जनपद में चल रही कई योजनाओं के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। सूत्र बताते है कि इस दौरान उन्होंने केंद्रीय कारागार वाराणसी परिसर में निर्माणाधीन वार्डर आवासों का भी निरीक्षण किया।

मुख्यमंत्री का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित होने की वजह से निर्माण स्थल पर कार्यदायी संस्था यूपीआरएनएन के वरिष्ठ अधिकारी और जेल अधिकारी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान विभाग के अभियंत्रण कक्ष को कोई भी अभियंता मौजूद नहीं था। बताया गया है कि जेल परिसर में वार्डरो के लिए 48 आवास तैयार किए जा रहे हैं।

सूत्रों का कहना है कि करीब सात आठ मिनट के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्माणाधीन आवासों को खुलवाकर कमरा, शौचालय का सघन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मौजूद अधिकारियों से सवाल किया यह काम कब तक पूरा हो जाएगा। इस पर अधिकारियों ने निर्माण कार्य 30 सितंबर तक पूरा करने की बात कही। इस पर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए।

विभाग में बगैर किसी अभियंता के हो रहे हैं। इन निर्माण कार्यों के गुणवत्ता की जांच कौन करेगा। इस सवाल का जवाब देने से विभाग के अधिकारी बचते नजर आए। निर्माण करने वाली एजेंसी अपने निर्माण को खराब कभी नहीं कहेगी। निर्माण के गुणवत्ता की जांच की जिम्मेदारी अधिशासी अभियंता और सहायक अभियंता की होती है। यह दोनों ही अधिकारी विभाग में नहीं हैं।

विभाग के प्रमुख सचिव करते निर्माण कार्यों का आवंटन!

कारागार मुख्यालय के निर्माण अनुभाग में एक अधिशासी अभियंता, एक सहायक अभियंता, तीन अवर अभियंता, एक संगणक, दो ड्राफ्ट मैन समेत कुल नौ पद सृजित है। वर्तमान विभाग के अभियंत्रण कक्ष के सभी पद खाली पड़े है। प्रदेश भर के निर्माण कार्यों के आवंटन की जिम्मेदारी प्रमुख सचिव/महानिदेशक कारागार, अपर महानिरीक्षक कारागार प्रशासन और डीआईजी मुख्यालय के हाथों में है। बताया गया है निर्माण कार्य आवंटन विभाग के मुखिया करते है। विभाग के निर्माण कार्य निर्माण पर्यवेक्षकों के भरोसे चल रहे है। शासन के आला अफसरों ने इनके प्रोन्नति की फाइल तक को दबा रखा है।

Raj Dharm UP

SGPGI इलाके में STF और बदमाशों के बीच मुठभेड़, पुलिस की गोली से लंगड़ा हुआ एक लाख का इनामी लुटेरा

इससे पहले चार बदमाशों को दबोच चुकी है पुलिस, अबकी बार हुई मुठभेड़ विकासनगर क्षेत्र सर्राफा कारोबारी के मुनीम से छह लाख रुपए की हुई थी लूट ए अहमद सौदागर लखनऊ। SGPGI थाना क्षेत्र में बुधवार शाम किसी बड़ी घटना को अंजाम देने जा रहे बदमाशों और एसटीएफ के बीच  मुठभेड़ हो गई। पुलिस की […]

Read More
Raj Dharm UP

एक बार फिर खुली कानून-व्यवस्था की पोलः खबर पढ़कर फट जाएगा कलेजा

सरेआम ताबड़तोड़ फायरिंग कर विरोधी पक्ष के तीन सगे भाइयों को भून डाला मामूली विवाद में हुआ खौफनाक मंजर एक ही परिवार मे तीन लोगों की हत्या से दहला जनपद फतेहपुर अखरी गांव में हुई घटना का मामला, पुलिस मौके पर ए अहमद सौदागर लखनऊ। यूपी के फतेहपुर जिले में फतेहपुर के हथगांव थाना क्षेत्र […]

Read More
Raj Dharm UP

तैयारी: सड़क पर धड़ल्ले से दौड़ रहे आटो रिक्शा और ई-रिक्शा पर कसेगा शिकंजा

इतनी घटनाओं के बाद भी लखनऊ कमिश्नरेट की नहीं टूटी कुम्भकरणी नींद महिलाओं एवं अन्य घटनाओं की रोकथाम के लिए एसपी उन्नाव ने शुरू की पहल ए अहमद सौदागर लखनऊ। राजधानी लखनऊ सहित यूपी के अलग-अलग जिलों में बहू बेटियों के साथ हो रही घटनाओं को लेकर लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस की नींद नहीं टूटी, लेकिन […]

Read More