ज्योतिष विज्ञान को अपनी तरह के पहले पुरस्कार समारोह में मिली पहचान
महाराजगंज
उत्तर प्रदेश के मगराजगंज जिले के निवासी, प्रख्यात ज्योतिषी एस्ट्रोगुरु डॉ. धनंजय मणि त्रिपाठी और एमएलसी टीए शरवण को शुक्रवार को बेंगलुरु में कर्नाटक ज्योतिष रत्न सम्मान – 2024 में ज्योतिषियों के साथ सम्मानित किया गया है। गौरतलब है कि ज्योतिष विज्ञान को अपनी तरह के पहले पुरस्कार समारोह में पहचान मिली है। शुक्रवार को भारतीय विज्ञान संस्थान में आयोजित कर्नाटक ज्योतिष रत्न सम्मान 2024 में कुल 20 प्रख्यात ज्योतिषियों को सम्मान प्रदान किए गए, जिनमें प्रसिद्ध एस्ट्रोगुरु डॉ. धनंजय मणि त्रिपाठी और गोविंदा वेधा प्रकाश करुणाकर रेड्डी शामिल हैं।
- समारोह में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति निट्टे संतोष हेगड़े और अभिनेता
- राजनेता निखिल कुमारस्वामी सहित विभिन्न क्षेत्रों के अतिथि शामिल हुए
कार्यक्रम में मौजूद जाने-माने एस्ट्रोगुरु डॉ. धनंजय मणि त्रिपाठी ने आधुनिक समय में अध्यात्म और ज्योतिष के महत्व पर जोर दिया। डॉ. धनंजय मणि त्रिपाठी ने कहा, “आजकल लोगों का जीवन बहुत तनावपूर्ण है, जिसके कारण वे अवसाद, चिंता आदि की ओर अग्रसर होते हैं। अध्यात्म और ज्योतिष उन तरीकों में से हैं जो आपको अपने हिस्से को सही करने में मदद करते हैं। मैंने अपने जीवन पर इसके प्रभाव को देखा है । आप इसको श्रद्धा पूर्वक कीजिये और देखिए कि यह कैसे आपके अच्छे जीवन के लिए बदलाव लाता है।”
इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजक सौम्या वाजपेयी और सह- आयोजक हर्षित वाजपेयी ने कहा, ‘यह कार्यक्रम विशेष रूप से भारत भर के ज्योतिषियों के लिए उनकी विभिन्न विशेषज्ञताओं के लिए डिज़ाइन किया गया है।’ विशेषज्ञताओं में वास्तु शास्त्र, वास्तुशिल्प डिजाइन और स्थानिक व्यवस्था के लिए एक प्राचीन मार्गदर्शिका, अंकशास्त्र, संख्याओं का अध्ययन और लोगों के जीवन पर उनका ऊर्जावान प्रभाव और नाड़ी शास्त्र के अलावा ज्योतिष विज्ञान के उन तमाम प्राचीन शाखाओं का अध्ययन किया जाता है जो व्यक्तियों पर ग्रहों के प्रभाव के बारे में स्पष्टीकरण और सही सलाह देता है।