लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जापान के यामानाशी प्रांत के राज्यपाल कोटारो नागासाकी का यहां गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने उद्योग, पर्यटन और व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए यामानाशी प्रांत के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने एमओयू को भारत-जापान संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सहयोग से दोनों क्षेत्रों को पारस्परिक रूप से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ‘असीमित संभावनाओं’ वाला राज्य है और विकास एवं समृद्धि के लिए विशाल अवसर प्रदान करता है।
यह समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क्वाड देशों के बीच साझेदारी को गहरा करने, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के दृष्टिकोण के अनुरूप है। राज्य के तेजी से बढ़ते बुनियादी ढांचे के विकास पर प्रकाश डालते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से एक ‘एक्सप्रेसवे राज्य’ बन रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे के चल रहे निर्माण के साथ, राज्य जल्द ही भारत के कुल एक्सप्रेसवे नेटवर्क का 55% हिस्सा बन जाएगा, जो कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स में अग्रणी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करेगा।
जापान में जीवंत भारतीय प्रवासियों द्वारा समर्थित भारत-जापान संबंध लगातार बढ़ रहे हैं। टोक्यो में निशिकासाई जिला, जिसे अक्सर ‘मिनी-इंडिया’ कहा जाता है, इस सांस्कृतिक बंधन का प्रतीक बन गया है, जहां 40 हजार से अधिक भारतीय रहते हैं। यह संपन्न समुदाय लोगों से लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।