
- बड़े-बड़े दिग्गजों के बीच युवा बल्लेबाज़ नीतीश रेड्डी ने बिखेरी अपनी चमक
- नौवे विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी से बिखरने से बची टीम इंडिया
- वाशिंगटन सुंदर ने सूझबूझ के साथ खेली पारी, अर्धशतक लगाकर फॉलोआन बचाया
आशीष द्विवेदी
लखनऊ। वो महज़ 21 साल और 223 दिनों का है। लेकिन आस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों को ऐसे खेल रहा है, जैसे उसे किसी बात की चिंता ही नहीं है कि यह दुनिया की सबसे तेज़ गेंदबाज़ी है। वह मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस और बोलैंड को आसानी से खेल रहा है और ताबड़तोड़ छक्के भी जड़ रहा है। बार्डर-गावस्कर ट्राफ़ी में इस खिलाड़ी ने अब तक आठ छक्के जड़े हैं, जो कि किसी भी भारतीय का सबसे बड़ा रिकार्ड है। यहीं नहीं आठ नम्बर पर आकर इस गेंदबाज़ ने सेंचुरी भी ठोक दी। यह युवा खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि तेलंगाना का नीतीश रेड्डी है। आठ नम्बर पर बल्लेबाज़ी करते हुए शतक ठोंकने वाले वह भारत के पहले बल्लेबाज़ हैं। इस खिलाड़ी ने वाशिंगटन सुंदर के साथ 127 रनों की बड़ी साझेदारी कर भारतीय टीम को करारी हार से बचा ले गया।
बार्डर-गावस्कर ट्राफ़ी के चौथे मैच में भारतीय बैट्समैन नीतीश रेड्डी ने इतिहास रच दिया है। आठ नम्बर पर शतक ठोकने के साथ-साथ इस खिलाड़ी ने अब तक आठ छक्के भी जड़े है। एक और छक्का मारकर वह इतिहास में आस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ एक टेस्ट सीरीज़ में सर्वाधिक छक्के मारने का रिकार्ड अपने नाम कर लेगा। नीतीश से पहले माइकल वान ने एशेज सीरीज़ के दौरान साल 2002-2003 में आस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ आठ छक्के जड़े थे। वहीं साल 2009-2010 में वेस्टइंडीज़ के धाकड़ बल्लेबाज़ क्रिस गेल ने आठ छक्का जड़ा था। भारत की ओर से नीतीश आस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ एक सीरीज़ में सर्वाधिक सिक्स मारने वाले खिलाड़ी बन चुके हैं। एक छक्का मारते ही वह दुनिया के पहले खिलाड़ी बन जाएँगे, जो आस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ नौ छक्के मारा होगा।
नीतीश का यह पहला टेस्ट शतक है। यह शतक उस समय आया, जब टीम इंडिया को इसकी सख़्त आवश्यकता थी। उन्होंने वाशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर 127 रनों की बड़ी साझेदारी निभा चुके हैं। इस साझेदारी में सुंदर ने बड़ी ही सूझबूझ का परिचय दिया और 162 गेंदों का सामना कर मात्र एक चौका जड़ा और 50 रन की बड़ी ही खूबसूरत पारी खेली। बताते चलें कि ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर निचले क्रम पर बड़ी अच्छी बल्लेबाज़ी करते हैं।
नए संकटमोचक बनते जा रहे रेड्डी
इस बार आस्ट्रेलिया दौरे पर जब-जब भारतीय टीम साँसत में फँसी, नीतीश रेड्डी संकटमोचक बनकर उभरे। आज की शतकीय पारी की बदौलत भारत फॉलोऑन टालने में भी सफल रहा। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट मैच में नाजुक स्थिति में नीतीश रेड्डी ने शानदार पारी खेली। समय पर 191 रन पर 6 विकेट गंवा चुकी टीम इंडिया के लिए अपना पहला शतक जड़ दिया। फिफ्टी के समय रेड्डी ने मिचेल स्टार्क की गेंद पर चौका जमाया और पुष्पा स्टाइल में बल्ले से ही इशारा किया, कि मैं झुकेगा नहीं। नीतीश उस समय उतरे जब भारत ने अपने शीर्ष क्रम के सभी टॉप बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे। लेकिन इस सीरीज में निचले क्रम पर शानदार लय में चल रहे रेड्डी ने एक बार फिर जबरदस्त पारी खेलकर भारतीय क्रिकेट टीम की गर्दन पर फॉलोऑन की लटक रही तलवार को तोड़ दिया। उन्होंने 81 गेंद पर मिचेल स्टार्क की गेंद पर चौका जड़कर अपने पचास रन पूरे किए। ग़ौरतलब है कि नीतीश को इसी सीरीज में डेब्यू करने का मौका मिला था। पूरे सीरीज में कई बार 40 रन का आंकड़ा पार किया था, लेकिन उससे ज्यादा अपनी पारी को आगे नहीं बढ़ा पाए थे। इस बार मौका मिलने पर उनके बल्ले ने आकर्षक पारी दिखाई।
इसके पहले पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम की तेज और उछाल लेती पिच पर विराट कोहली, केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ी के सस्ते में ढेर हो जाने के बाद Nitish Kumar Reddy ने एक छोर संभाले रखा और 59 गेंदों पर 41 रन की पारी खेली जिसमें 6 चौके और एक छक्का शामिल था। उस पारी में भी नीतीश भारत की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। नीतीश की शानदार पारी के दम पर भारतीय टीम ने पहली पारी में 159 रन बनाया था। आज के मैच में नीतीश ने एक ओर पचास रन पूरा करने के बाद और भी तेजी से रन बनाना शुरू कर दिया तो दूसरी ओर सुंदर ने भी धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी का परिचय दिया है। इन दोनों बल्लेबाजों ने भारत के फॉलोऑन के खतरे को भी टाल दिया है।