
लखनऊ। पौष माह में पड़ने वाली अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस बार यह अमावस्या सोमवार, 30 दिसंबर को पड़ रही है, जिसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। इसे शुभ अवसर मानते हुए भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस दिन पूजा-अर्चना से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और साधक को सुख-शांति और समृद्धि मिलती है।
आर्थिक लाभ के उपाय
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना अत्यंत लाभकारी होता है। इसके साथ ही शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं।
स्नान-दान का महत्व और पूजा विधि
अमावस्या तिथि 30 दिसंबर को सुबह से शुरू होगी। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाकर गंगाजल चढ़ाएं और वृक्ष की 108 बार परिक्रमा करें। इस दौरान “ऊँ नम: शिवाय” या “ऊँ विष्णवे नम:” मंत्र का जाप करें। पीपल पर कच्चा दूध, जल, हल्दी और चावल अर्पित करें।
सच्ची श्रद्धा का संकल्प लें
पूजा के दौरान सच्ची श्रद्धा और आस्था बनाए रखें। नकारात्मक विचारों से बचें और दूसरों की भलाई का संकल्प लें। सोमवती अमावस्या पर किए गए ये उपाय न केवल मानसिक शांति देंगे, बल्कि परिवार की सुख-समृद्धि भी सुनिश्चित करेंगे।