बाराबंकी। कोठी थाना क्षेत्र के अंतर्गत विपक्षीय दबंगो व राजस्व विभाग के लेखपाल अमित कनोजिया व उनके पीढ़ी दर पीढ़ी मुंशीगिरी करने वाले विनय पंडित की मनमानी से दर दर की ठोकरे खा रहे पीड़ित हरिनाम और इनके पुत्र शिवचरण को न्याय नहीं मिल पा रहा हैं। पूरा मामला कोठी थाना के अंतर्गत ग्राम अलुवामऊ का हैं। पीड़ित हरिनाम का कहना है कि लेखपाल और लेखपाल के मुंशी की मिली भगत से हमें जमीन पर अपना अधिकार नहीं मिल पा रहा है। बैनामें की संक्रमणीय भूमि पर विपक्षी दबंगो का अवैध कब्जा लेखपाल अमित कनौजिया व उनके मुंशी विनय द्वारा नहीं मिल पा रहा है, पीड़ित हरिनाम व उनके पुत्र शिवचरण ने गाटा सं.128 का पूर्ण भाग जमीन का बैनामा लिया था।
लेकिन गांव के एक दबंग व्यक्ति शिवप्रसाद व रामनारायण पुत्र राम सिंह ने कब्जा कर रखा है। जब पीड़ित ने राजस्व विभाग के लेखपाल को पैमाइश के लिए प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन लेखपाल के द्वारा पारदर्शिता से पैमाइश नहीं की गई। पीड़ित का आरोप हैं की लेखपाल के मुंशी विनय पंडित द्वारा विपक्षी शिवप्रसाद व राम नारायण से मोटी रकम ले ली गई है। जब इसकी जानकारी पीड़ित को लगी तो उसने लेखपाल अमित कनौजिया से मुंशी की शिकायत की।
लेकिन लेखपाल द्वारा मामले को रफा-दफा कर दिया गया। पीड़ित हरिनाम व शिवचरण ने उपजिला अधिकारी हैदरगढ़ में जाकर शिकायत की। लेकिन लेखपाल व मुंशी ने अपने ही हिसाब से पैमाइश मनमानी ढंग से की। पीड़ित का यह भी आरोप है कि लेखपाल व उनके मुंशी ने 13000 की रकम पैमाइश व पुलिस फोर्स के नाम पर ली। जिसमें से 5000 पुलिस फोर्स के नाम पर मुंशी ने लिए। अमित कनौजिया लेखपाल के क्षेत्र के लोगो का भी कहना है कि उनके मुंशी द्वारा दोनों पक्षों से काम करने के लिए अक्सर पैसा ले लेते हैं। बगैर पैसा लिए लेखपाल व मुंशी किसी भी कार्य में रिपोर्ट अपनी नहीं लगाते हैं। पीड़ित हरिनाम व शिवचरण ने सैकड़ो लिखित में प्रार्थना पत्र दिया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है पीड़ित का कहना है कि लेखपाल अमित कनौजिया व उनके मुंशी विनय पंडित द्वारा गुमराह किया जा रहा है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा तहसीलों व सरकारी जगहों पर बिचौलियों को लेकर सख्त निर्देश दिए गए थे लेकिन उच्च अधिकारियों द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है।