Year: 2024
किष्किंधा से आशियाना आया रथ आज होगा नेपाल के लिए रवाना
रथ के समक्ष आशियाना परिवार ने किया पूजा अर्चना का कार्यक्रम कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चे हुए शामिल लखनऊ। आशियाना कालोनी स्थित महादेव मंदिर प्रांगण में मंगलवार को कर्नाटक के किष्किंधा से आए रथ पर पूजा अर्चना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश […]
Read Moreलोनिवि मिनिस्ट्रियल एसोशियेशन के प्रवक्ता सीपी श्रीवास्तव सेवानिवृत
अधिशासी अभियंता ने सम्मान देकर की विदाई लखनऊ । लोक निर्माण विभाग मिस्टिरियल एसोशियेशन के प्रवक्ता एवम प्रशासनिक अधिकारी का मंगलवार को कार्यालय परिसर में सेवानिवृत विदाई समारोह का आयोजन किया गया। विदाई समारोह में अधिशाषी अभियंता प्रकाश चंद ने उपहार देकर भावभीनी विदाई दी। राजभवन के समक्ष स्थित लोक निर्माण विभाग कार्यालय परिसर में […]
Read Moreभक्ति साहित्य एवं मानव मूल्य के प्रतीक पुरुष डॉ. महेश सिंह यादव
डॉ. सञ्जय कुमार देश में जब शिक्षा नीति ,न्यूक्लियर पावर प्लांट और श्वेत क्रांति की शुरुआत हो रही थी, जब देश अपने विकास के विभिन्न संसाधनों की ओर उन्मुख था , उसी विकास पथ पर उल्लसित सस्यश्यामला बड़ागांव -गाज़ीपुर, उत्तर प्रदेश की पवित्र धरा पर एक दिसंबर 1969 ई को डॉ.महेश सिंह यादव का जन्म […]
Read Moreअयोध्या का चित्रगुप्त धाम फिर एक बार कर रहा राम के निमंत्रण का इंतजार : दिनेश खरे
कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय ने की चित्रगुप्त धाम के जीर्णोद्बार की मांग प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, अमित शाह व चंपत राय को लिखा पत्र लखनऊ। धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर वर्तमान में, सरयू नदी के दक्षिण, नयाघाट से फैजाबाद, राजमार्ग पर सिथत तुलसी उधान से लगभग 500 मीटर पूरब दिशा में, डेरा बीबी मोहल्ले में, बेतिया राज्य के मंदिर के […]
Read Moreअठारह दिन बाद भी धर्मेंद्र प्रजापति के परिजनों को नहीं मिली आर्थिक सहायता
मुकादमे का मुख्य आरोपी घूम रहा, खुलेआम कधंई पुलिस को मैंनेज किए जाने की है चर्चा 14 दिसंबर की शाम पांच बजे ग्यारह हजार की लाइन ठीक करते समय धर्मेंद्र प्रजापति की हुई थी दर्दनाक मौत अजीत तिवारी प्रतापगढ़ । एक सप्ताह और दस दिन के अंदर सहायता राशि दिए जाने का आश्वासन हवा हवाई […]
Read Moreराम की अनंत कथा को हेमंत ने सिफत से गूथा है, नए सिरे से!
हेमंत शर्मा की “राम फिर लौटे” (प्रभात प्रकाशन) को पढ़ना लाजिमी हैं, अयोध्या के राम से पूर्णतया अवगत होने के हेतु। जो नहीं पढ़ेगा वह भगवान राम से अनजान रहेगा, अयोध्या से नावाकिफ। क्योंकि पुस्तक ही नश्वर विश्व में अमर रहती है। फिर वाल्टेयर ने कहा भी था : “सारे राष्ट्र, सिवाय असम्यों के, किताबों […]
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