- झिरकी बगिया आश्रम में देश दुनिया से आते हैं लोग
- बुंदेलखंड की सबसे बड़ी गौशाला है इस रामानंदीय आश्रम में
टीकमगढ़/मध्य प्रदेश। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के झिरकी बगिया आश्रम में स्थित मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में देश दुनिया से भक्तगण आते है और अपनी मनोकामना अर्जी लगाते हैं। यहां हनुमान का स्वरूप श्याम वर्ण का है जो बड़ा हो प्रिय और मोहक है। जिनके दर्शन मात्र से सारे दुःख दूर हो जाते हैं और भक्त अपने दर्द भूल जाते हैं।
नए वर्ष में इस आश्रम में श्रीमद भागवत कथा और श्रीराम नाम संकीर्तन शुरू हो रही है। आश्रम के महंत 108 नारायण दास त्यागी ने बताया कि भागवत कथा समापन के बाद सात और आठ जनवरी को बाला जी भोग भंडारे का आयोजन भी किया गया है जहां दुनिया के साधु संत और भक्तगण प्रसाद पावेंगे। आपको बताते चले इसी आश्रम में बुंदेलखंड की सबसे बड़ी गौशाला भी स्थित हैं जहां लोग अपनी श्रद्धानुसार गौसेवा और गौदान में आर्थिक सहयोग करते हैं। आश्रम के सेवा दार बताते हैं कि देश के तमाम समाजसेवी, संगठन और भक्त अन्ना, बेसहारा और भटक रही गायों को अपने साधन से यहां छोड़ जाते हैं।
यह रामानंदीय आश्रम, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखाएं और अन्य सामाजिक गतिविधियों का केंद्र भी हैं। पर्यटन के लिहाज से भी यह आश्रम बड़ा रमणीक है यहां स्थित मनोरम छटा बिखेर रही झील सबको लुभाती है। वहीं गायत्री परिवार द्वारा बनाए गए योगा पार्क में राशियों, ग्रहों, नक्षत्रों आदि से संबंधित पौधे भी वैदिक ज्ञान को सिखाते हैं। आश्रम के सामने स्थित राजा रुद्र प्रताप सिंह बुंदेला का किला भी पर्यटकों को गौरवशाली भारतीय विरासत की याद दिलाता हैं। टीकमगढ़ आए है तो ओरछा रामराजा सरकार और शिव धाम कुंडेश्वर के भी दर्शन किए बिना नहीं जा सकते हैं। महंत नारायण दास त्यागी और उनके गुरु श्रीरामदास ने श्रीमद भागवत कथा सप्ताह यज्ञ और भंडारे में सभी को झिरिकी बगिया आश्रम आमंत्रित किया है।