एक बार फिर बढ़ा संजय प्रसाद का ओहदा, प्रमुख सचिव गृह की मिली दोबारा ज़िम्मेदारी

  • आलोक कुमार द्वितीय का बढ़ा क़द, औद्योगिक विकास विभाग के बने मुखिया
  • वेटिंग में चल रहे राजेश सिंह और अनिल सागर को मिली पोस्टिंग

नया लुक संवाददाता

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार देर रात क़रीब 46 IAS अफ़सरों का तबादला किया। काफ़ी दिनों बाद इतनी बड़ी संख्या में शीर्ष पर बैठे अधिकारियों का तबादला हुआ है। हाल ही में सचिव से प्रमुख सचिव बने चार अफ़सरों को भी शासन में पोस्टिंग मिल गई। इनमें सौरभ बाबू, अनुराग यादव रंजन कुमार और रणवीर प्रसाद का नाम शामिल है। वहीं साल 2012 बैच के आईएएस अफ़सर डॉ. चंद्रभूषण को प्रबंध निदेशक पीसीएफ का बड़ा प्रभार शासन ने सौंपा। सूत्रों का कहना है कि क़रीब 60 अफ़सरों के ट्रांसफ़र की लिस्ट एक-दो दिन में और आने वाली है। इसमें ज़िलाधिकारी और कमिश्नर जैसे पदों पर बैठे अफ़सरों का नाम शामिल होगा।

जारी हुए आदेश के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विश्वस्त अफ़सरों में शुमार संजय प्रसाद को दोबारा गृह विभाग की ज़िम्मेदारी दी गई है। उनकी जगह गृह सँभाल रहे अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार को बेसिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश शासन के पद का अतिरिक्त प्रभार प्रदान किया गया। उनके पास पंचम तल पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री का बड़ा चार्ज है। साथ ही वह प्रमुख सचिव सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग तथा प्रोटोकॉल के भी प्रमुख सचिव हैं।

वहीं ईमानदार अफ़सरों में शामिल एल. वेंकटेश्वरलू को वर्तमान पद के साथ-साथ प्रमुख सचिव समाज कल्याण तथा सैनिक कल्याण विभाग उत्तरप्रदेश शासन-जनजाति विकास उत्तर प्रदेश, प्रबंध निदेशक UP सिडको, निदेशक अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान तथा-छत्रपति शाहूजी महाराज शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान उत्तरप्रदेश के पद का अतिरिक्त प्रभार प्रदान किया गया। कारागार से हटाकर वेटिंग में डाले गए राजेश कुमार सिंह को प्रमुख सचिव होमगार्ड बनाया गया। वह बीएल मीणा से होमगार्ड विभाग का चार्ज ग्रहण करेंगे। जबकि BL मीणा के पास प्रमुख सचिव उद्यान रेशम खाद्य प्रसंस्करण का चार्ज यथावत रहेगा। औद्योगिक विभाग से हटाकर वेटिंग में डाले गए 1998 बैच के अधिकारी अनिल सागर को भी सरकार ने पोस्टिंग दी है।

वह आलोक कुमार द्वितीय से प्रमुख सचिव हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग, खादी एवं ग्रामोद्योग, सार्वजनिक उद्यम की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
यूपी के तेज़तर्रार अफ़सरों में शुमार आलोक कुमार द्वितीय एक बार फिर सरकार का भरोसा जीतने में कामयाब रहे। उन्हें सरकार ने अपने सबसे महत्वपूर्ण विभाग प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग उत्तर प्रदेश शासन के पद का अतिरिक्त प्रभार प्रदान किया है। उनके पास MSME और खेल व युवा कल्याण का प्रभार पहले से ही है। जानकारों का कहना है कि आलोक कुमार पर सरकार का बढ़ता भरोसा जता रहा है कि वो बहुत जल्द ही सरकार के प्रमुख स्तम्भ होंगे।

वहीं ऊर्जा और पंचायती राज सँभाल रहे नरेंद्र भूषण से प्रमुख सचिव पंचायती राज का प्रभार वापस ले लिया गया। उनकी जगह 1998 बैच के अफ़सर अनिल कुमार- तृतीय को प्रमुख सचिव पंचायती राज बनाया गया है। सूत्रों का कहना है कि अनिल कुमार बहुत कम समय में मुख्यमंत्री के करीबी अफ़सरों में शामिल हो गए। नरेंद्र भूषण के पास अब प्रमुख सचिव प्रबुद्ध शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश शासन के पद का प्रभार प्रदान किया गया है। उनके पास ऊर्जा विभाग यथावत बना रहेगा। वहीं वीणा कुमारी मीना को प्रमुख सचिव आयुष विभाग उत्तर प्रदेश शासन के प्रभाव से मुक्त किया गया। उनके पास चीनी उद्योग, गन्ना एवं आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव का चार्ज बना रहेगा। उनकी जगह सचिव से प्रमुख सचिव बने रंजन कुमार को भेजा गया है। बताते चलें कि सचिव स्वास्थ्य रहते हुए रंजन कुमार ने बहुत से अच्छे कार्य किए हैं, जिसका ईनाम सरकार ने उन्हें प्रमुख सचिव आयुष का पद देकर किया है।

प्रमुख सचिव सिंचाई और कारागार की भूमिका निभाने वाले 1996 बैच के अधिकारी अनिल गर्ग को सरकार ने स्टेट नोडल ऑफ़िसर प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के प्रभाग से अवमुक्त कर दिया। वह प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन प्रति भूमि विकास कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवा उत्तर प्रदेश शासन अध्यक्ष पैक्ट बने रहेंगे। इसके अलावा वह प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश भूमि सुधार निगम भी बने रहेंगे।

प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा का पद सँभाल रहे एमकेएस सुंदरम् को प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन के पद पर भेजा गया है। उनकी जगह अपर मुख्य सचिव वित्त दीपक कुमार अब बेसिक शिक्षा सँभालेंगे। साल 1997 बैच के आईएएस अफ़सर एमपी अग्रवाल से प्रमुख सचिव सहकारिता, राजनीतिक पेंशन तथा नागरिक सुरक्षा का प्रभार वापस लिया गया है। उनकी जगह सचिव से प्रमुख सचिव बने 2000 बैच के टॉपर सौरभ बाबू को प्रमुख सचिव सहकारिता का प्रभार सौंपा गया। अभी तक वो खाद्य आयुक्त की भूमिका निभा रहे थे। इस बार धान ख़रीद में किसी तरह की अव्यवस्था न आने के कारण सरकार ने उन्हें एक बड़ा विभाग सौंपा। वहीं प्रमुख सचिव राजनीतिक पेंशन तथा नागरिक सुरक्षा की अतिरिक्त ज़िम्मेदारी 1999 बैच की अधिकारी संयुक्ता समद्दर को सौंपी गई। इसके पहले संयुक्ता आयुक्त राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की भूमिका निभा रही थीं।

साल 2000 बैच के अफ़सर अनुराग यादव को सचिव कृषि से प्रमुख सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स की ज़िम्मेदारी सौंपी गई। इसके पहले यह विभाग अनिल सागर के पास था। जबकि इसी बैच के रणवीर प्रसाद को प्रबंध निदेशक राज्य विद्युत उत्पादन निगम लि. एवं उत्तर प्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लि. तथा जल विद्युत निगम से हटाकर प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद एवं बाट माप विभाग की ज़िम्मेदारी दी गई। इसके अलावा साल 2009 बैच के अफ़सरों को भी नई ज़िम्मेदारी मिली है। हालाँकि अधिकांश को उसी विभाग में विशेष सचिव से सचिव बना दिया गया। जिसमें वैभव श्रीवास्तव, अनुज झा, अटल राय एवं डॉ. अनिल कुमार सिंह का नाम शामिल है।

  1. वैभव श्रीवासत्व सचिव गृह विभाग बनाए गए।
  2. अजीत कुमार सचिव कृषि विभाग बनाए गए।
  3. राजेश कुमार सकेंड आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन बनाए गए।
  4. अखिलेश कुमार मिश्रा अपर राज्य निर्वाचन आयुक्त राज्य निर्वाचन आयोग बनाया गया है।
  5. डॉक्टर अनिल कुमार सचिव नगरीय रोज़गार एवं ग़रीबी उन्मूलन कार्यक्रम विभाग उत्तर प्रदेश शासन निदेशक सूडा बनाए गए।
  6. डॉक्टर हीरालाल स्टेट नोडल ऑफ़िसर प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना बनाए गये।
  7. डॉक्टर अनिल कुमार सिंह सचिव गृह विभाग बनाए गए।
  8. अतुल कुमार राय सचिव पंचायतीराज उत्तर प्रदेश शासन तथा निदेशक पंचायतीराज बनाए गए ।
  9. नरेंद्र प्रसाद पाण्डेय सचिव ग्राम विकास विभाग बनाए गए ।
  10. डॉक्टर चंद्रभूषण प्रबंध निदेशक PCF बनाए गए।
  11. अनिल कुमार सिंह वर्तमान पद के साथ निबंधक सहकारी समितियों उत्तर प्रदेश के पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया।
  12. श्रीमती रम्या को विशेष सचिव वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग बनाया गया।

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