- गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर तैनाती के दौरान हुए मामले
- जेलर की हरकतों से काफी परेशान थी महिला डिप्टी जेलर
लखनऊ। बागपत जेल में महिला डिप्टी जेलर के साथ छेड़छाड़ करने के आरोपी जेलर प्रेम प्रसंगों को लेकर कई बार सुर्खियों में रहे। जेलर को हरकतों से पीड़ित महिला डिप्टी जेलर पिछले काफी समय से बहुत परेशान भी थी। उसने अपने इस दर्द को सहयोगी महिला अधिकारियों से साझा भी किया था। गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर में तैनाती के दौरान भी प्रेम प्रसंगों को लेकर आरोपी जेलर सुर्खियों में भी रहे। यह अलग बात है कि इस गंभीर मसले पर विभाग के अधिकारी कोई भी टिप्पणी करने से बच रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक बागपत के आरोपी जेलर के प्रेम प्रसंग का यह मामला पहला नहीं था। इससे पहले भी वह प्रेम प्रसंगों को लेकर कई जेलों में तैनाती के दौरान सुर्खियों में रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि मुजफ्फरनगर जेल में बतौर डिप्टी जेलर तैनात रहने के दौरान घर में कार्य करने वाली महिला की बेटी से प्रेम हो गया था। महिला के बीमार होने की वजह से महिला ने काम के लिए उसको भेजा था। महिला की बेटी को प्रलोभन देकर उसको अपने बस में कर लिया था। इसको लेकर मां बेटी के बीच विवाद भी हुआ। मामला जगजाहिर हो पाता इससे पहले ले देकर मामले को रफा दफा करा दिया गया।
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सूत्रों की मानें तो इसी प्रकार गाजियाबाद जेल में बतौर डिप्टी जेलर तैनात रहते हुए एक महिला बंदी से प्रेम हो गया था। सूत्र बताते है कि महिला बंदी के रिहा होने के बाद भी वह उसके संपर्क में बने रहे। एक दिन महिला बंदी ने डिप्टी जेलर को घर बुलाया और हरकतों का हवाला देकर उसको गिरफ्तार तक करवा दिया था। मामला सुर्खियों में आने से पहले ही गाजियाबाद जेल प्रशासन के सहयोगी अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझा बुझाकर किसी तरह मामले को शांत करा दिया था। इस घटना में मोटा लेनदेन भी हुआ था। डिप्टी जेलर का हेड वार्डर के यहां आवागमन भी सुर्खियों में रहा था। बताया गया है कि बागपत जेलर की हरकतों से महिला डिप्टी जेलर काफी दिनों से परेशान थी। उसने अपनी इस परेशानी का दर्द सहयोगी रायबरेली और बरेली जेल की महिला डिप्टी जेलर से साझा भी किया था। इस घटना ने सच की पुष्टि कर दी। इस संबंध विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
बागपत जेल का यह था पूरा मामला
नववर्ष के पहले दिन बागपत जेल की महिला बैरेक में केक सेरेमनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महिला बैरेक को प्रभारी डिप्टी जेलर के साथ जेलर समेत अन्य अधिकारियों ने इस आयोजन में हिस्सा लिया। कार्यक्रम निपटाने के बाद जेलर समेत अन्य अधिकारी कार्यालय में बैठ गए। इस दौरान प्रभारी जेलर ने महिला डिप्टी जेलर को अपने कार्यालय में बुलाया। कार्यालय का दरवाजा बंद कर उन्होंने महिला अधिकारी से अभद्रता करना शुरू कर दिया। महिला अधिकारी के विरोध करने पर अभद्रता करने के साथ जमकर पिटाई भी की। बचने के लिए वह बॉथरूम में घुस कर बंद हो गई। थोड़े समय जैसे ही वह बाहर निकली उसे फिर से पकड़ लिया और उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया था।
महिला जांच अधिकारी का नहीं उठा फोन
बागपत जेल में जेलर के महिला डिप्टी जेलर से अभद्रता और छेड़छाड़ के मामले की जांच आईजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने मुख्यालय की विशेष कार्याधिकारी एवं कृषि अनुभाग की प्रभारी प्रतिमा त्रिपाठी का सौंपी है। जांच के संबंध जब प्रतिमा त्रिपाठी से संपर्क करने का प्रयास किया तो सीयूजी फोन की बात तो छोड़िए अपने निजी फोन तक को उठाना मुनासिब नहीं समझा। दिलचस्प बात तो यह है कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी विभाग के अधिकारी सीयूजी फोन नहीं उठाते हैं।