लखनऊ। गुजरात CID व क्राइम ब्रांच ने 450 करोड़ रुपये के पोंजी घोटाले में भारतीय क्रिकेटर शुभमन गिल समेत गुजरात टाइटंस के चार खिलाड़ियों पर सवाल खड़े किए हैं। इस सूची में साई सुदर्शन, राहुल तेवतिया और मोहित शर्मा भी शामिल हैं। शुभमन गिल ने इस घोटाले में 1.95 करोड़ रुपये का निवेश किया था, जबकि अन्य खिलाड़ियों ने छोटी रकम का निवेश किया। यह घटनाक्रम तब सामने आया जब घोटाले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सिंह जाला ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि वह खिलाड़ियों समेत अन्य निवेशकों को उनकी रकम लौटाने में असमर्थ है। जाला पर 2020 से 2024 के बीच 11 हजार निवेशकों को 36% वार्षिक रिटर्न का लालच देकर ठगने का आरोप है।
क्या है घोटाले की कहानी?
भूपेंद्र सिंह जाला ने अपनी कंपनी BZ फाइनेंशियल सर्विसेज के माध्यम से यह चिटफंड स्कीम चलाई। उसने 450 करोड़ रुपये की पोंजी योजना के तहत राज्य भर में 17 कार्यालय स्थापित किए। शुरुआती दौर में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बड़े रिटर्न का वादा किया गया, लेकिन योजना तब ढह गई जब जाला ने स्वीकार किया कि वह निवेशकों की रकम वापस नहीं कर सकता। CID अब खिलाड़ियों को जांच के लिए तलब करने की योजना बना रही है। शुभमन गिल फिलहाल ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेल रहे हैं, जिससे उन्हें बाद में बुलाया जाएगा। इस मामले से जुड़े सभी आरोपों की गहन जांच चल रही है। (BNE)