नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) ने नई दिल्ली विधानसभा में खुलेआम चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे भारतीय जनता पाटी्र (BJP) नेता प्रवेश वर्मा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा किया है। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, कि कल ही हमने चुनाव आयोग को शिकायत की थी कि खुले आम पैसे बांट रहे हैं, जॉब रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं और चश्मे बांट रहे हैं। आज खुलेआम चादरें बांटनी शुरू कर दीं। क्या चुनाव आयोग कुछ करने की हिम्मत कर पाएगा या भाजपा के सामने चुनाव आयोग भी बेबस है?
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि वर्मा चुनाव आचार संहिता का उल्लघंन न सिर्फ कर रहे हैं, बल्कि चौड़े होकर कह रहे हैं। जब उन्होंने हेल्थ कैंप के नाम पर चश्मे बांटे तो उन्होंने छिपाकर चश्मे नहीं बांटे, बल्कि एक्स पर पोस्ट करते हुए बांटे। जब उन्होंने अपने घर पर ‘वोट के बदले नोट’ बांटे तो उन्होंने छिपाकर नहीं बांटे, बल्कि खुलेआम बांटे। यह बिल्कुल साफ है कि वर्मा को पता है कि उनके पास पैसे, चश्मे, कपड़े और सलवार-कमीज के बांटने के अलावा और कुछ नहीं है। उनकी पार्टी ने आज तक कोई काम नहीं किया है। इसलिए वह आचार संहिता का उल्लघंन कर ‘वोट के बदले नोट’ बांटकर वोट इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि हमारे देश का चुनाव आयोग इसका संज्ञान लेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई दिल्ली विधानसभा में 15 दिसंबर से 08 जनवरी तक तकरीबन 13 हजार मतदाताओं के नाम जोड़ने और साढ़े पांच हजार मतदाताओं के नाम हटाने के आवेदन आए हैं। नई दिल्ली विधानसभा में कुल एक लाख वोटर हैं यानि तीन हफ्ते में 13 फीसदी वोट बढ़ाने और साढ़े पांच फीसदी वोट घटाने की कवायद हो रही है। यह नामुमकिन है कि तीन हफ्ते में 15 हजार लोग दिल्ली और देश के अलग-अलग हिस्सों से नई दिल्ली के एक छोटे से इलाके में शिफ्ट हो जाएं। यह भी असंभव है कि तीन हफ्ते के अंदर साढ़े पांच हजार लोगों की मृत्यु हो जाए या वो शिफ्ट हो जाएं। यह साफ है कि एक बहुत बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा हो रहा है। (वार्ता)