डॉ दिलीप अग्निहोत्री
एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स इंटर कॉलेज में मानव सेवा समिति द्वारा स्वामी विवेकानंद की जन्मजयंती समारोह का आयोजन किया गया। इसमें स्वामी मुक्तानाथानन्द अध्यक्ष रामकृष्ण मठ ने आशीर्वचन दिया। विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य सूचना आयुक्त डॉ दिलीप अग्निहोत्री के अलावा कालेज की प्राचार्य उशोसी घोष,मुरलीधर आहूजा,पीके घोष,रोहित अग्रवाल ने संबोधित किया। डॉ दिलीप अग्निहोत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जयंती के अगले दिन महाकुंभ का शुभारंभ होगा। यह दुनिया के लिए सनातन संदेश की भांति है। करोड़ों श्रद्धालु बिना किसी भेदभाव के संगम के जल से आचमन करेंगे। अमृत स्नान करेंगे। भारत ही नहीं दुनिया के सैकड़ों देशों से लोग यहां पहुंचेंगे।
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सनातन संस्कृति में जो मानवता और मानव कल्याण का संदेश दिया गया, उसका महाकुंभ में प्रत्यक्ष अनुभव किया जा सकता है। स्वामी विवेकानंद ने भी इसी मानवता का संदेश दिया था। दुनिया को भारत की शाश्वत और मानवतावादी संस्कृति का ज्ञान दिया। विश्व ने विस्मय के साथ उनको सुना। उन्होंने पश्चिमी देशों को बता दिया कि भारत राजनीतिक रूप से परतंत्र हो सकता है, लेकिन विश्व गुरु को सांस्कृतिक रूप से कभी गुलाम नहीं बनाया जा सकता।
स्वामी विवेकानन्द के प्रत्येक ध्येय वाक्य भारतीय संस्कृति उद्घोष करने वाले है। उनसे संबंधित समारोह उत्सव से विचारों की प्रेरणा मिलती है। उनका व्यक्तित्व व कृतित्व राष्ट्रवाद की प्रेरणा देता है। धार्मिक एवं सांस्कृतिक राजदूत के रूप में जब उन्होंने शिकागो में अपनी बात रखी तो पूरा माहौल बदल गया। भाईयों बहनों के सम्बोधन से लेकर उन्होंने भारतीय संस्कृति की अवधारणा ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की बात कहकर भारत को ऐसे देश में नई पहचान दिलाई।