लखनऊ। सर्दियों के मौसम में लगभग हर किसी इंसान को खांसी, जुकाम व् छीकें आना आम बात हो गई है। छोटी मोटी बीमारियों में डॉक्टर के पास भागना उचित नहीं है। जब आपकी रसोई ही डॉक्टर का क्लीनक हो। रसोई में बहुत सारे मसाले भोजन के स्वाद तो बढ़ाते ही है, आपके स्वास्थय को बेहतर बनाने में बहुत सहायक होते है। बस जानकारी होनी चाहिए। आइए जानते हैं खांसी व छींक के घरेलू उपचार के बारे में…
अदरक और शहद
खांसी और छींक के लिए अदरक और शहद की चाय एक प्रभावी उपाय है। ताजा अदरक के टुकड़ों को पानी में उबालें, छानकर उसमें शहद मिलाएं। अदरक के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-वायरल गुण गले की खराश और संक्रमण को कम करते हैं, जबकि शहद गले को चिकनाई और राहत प्रदान करता है।
हल्दी वाला दूध
खांसी व छींक में हल्दी वाला दूध भी लाभकारी है। सोने से पहले गर्म दूध में हल्दी पाउडर मिलाकर पिएं। हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण संक्रमण को कम करते हैं और इम्यूनिटी बढ़ाते हैं।
लौंग और इलायची
लौंग और इलायची का सेवन भी खांसी व छींक में प्रभावी है। दो-तीन लौंग और एक इलायची को धीरे-धीरे चबाएं या चाय में डालें। लौंग का एंटीसेप्टिक गुण गले का दर्द कम करता है, जबकि इलायची सूजन को शांत करती है। ये सरल उपाय गले की तकलीफ और छींक से आराम दिलाने में मददगार हैं। (BNE)