नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPCL) ने मध्य प्रदेश के बीना में अपनी रिफाइनरी के विस्तार और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स की स्थापना के वित्तपोषण के लिए भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम के साथ 31,802 करोड़ रुपये के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस परियोजना की अनुमानित लागत 48,926 करोड़ रुपये है जिसका उद्देश्य 12 लाख टन प्रति वर्ष (MMTPA) एथिलीन क्रैकर इकाई वाला एक पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स स्थापित करना और रिफाइनरी की क्षमता को 7.8 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 11 एमएमटीपीए करना है। इस विस्तार से बीपीसीएल को डाउनस्ट्रीम पेट्रोकेमिकल उत्पाद जैसे कि लीनियर लो डेंसिटी पॉलीइथिलीन (LLDPE), हाई डेंसिटी पॉलीइथिलीन (HDPE), पॉलीप्रोपाइलीन (पीपी) और अन्य सुगंधित पदार्थ के उत्पादन में मदद मिलेगी जिससे भारत की आयात पर निर्भरता कम होगी।
इस परियोजना की आधारशिला 15 सितंबर, 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रखी थी। इस क्षेत्र में रोजगार पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के लिए तैयार है। निर्माण चरण के दौरान परियोजना से 15,000 से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है, जबकि परियोजना के चालू होने के बाद यह एक लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन करेगी। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा बल्कि क्षेत्र के लोगों के लिए स्थायी आजीविका के अवसर भी उपलब्ध होंगे। यह परियोजना औद्योगिक विकास, बुनियादी ढांचे के विकास और औद्योगिक गतिविधि को बढ़ाने के लिए भारत की व्यापक रणनीति के अनुरूप है। पूरा होने पर यह पॉलिमर उत्पादों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने और राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
बीपीसीएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक जी. कृष्णकुमार ने कहा, “हमें अपनी बीना रिफाइनरी विस्तार सह पेट्रोकेमिकल परियोजना के लिए वित्तीय समापन प्राप्त करने पर खुशी है जो औद्योगिक विकास, बुनियादी ढांचे के विकास और औद्योगिक गतिविधि को बढ़ाने के लिए भारत की व्यापक रणनीति के अनुरूप है। इस परियोजना के पूरा होने पर यह पेट्रोकेमिकल उत्पादों में आत्मनिर्भरता और राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
SBI के अध्यक्ष चल्ला श्रीनिवासुलु सेट्टी ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक को मध्य प्रदेश के बीना में विश्व स्तरीय पेट्रोकेमिकल्स कॉम्प्लेक्स की स्थापना और अपनी रिफाइनरी क्षमता के ब्राउनफील्ड विस्तार के माध्यम से भारत की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने के अपने प्रयास में बीपीसीएल के साथ साझेदारी करने पर गर्व है। एसबीआई के लीड बैंक के रूप में इस 31,802 करोड़ रुपये की ऋण सुविधा का वित्तीय समापन इस बात का एक और उदाहरण है कि कैसे हमारी साझेदारी दोनों संगठनों और पूरे देश के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी बनी हुई है। मैं भविष्य में बीपीसीएल के साथ कई और सफल साझेदारियों की उम्मीद करता हूं।
गौरतलब है कि फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनी में भारत पेट्रोलियम दूसरी सबसे बड़ी भारतीय तेल विपणन कंपनी है और देश में एकीकृत ऊर्जा कंपनियों में से एक है जो कच्चे तेल के शोधन और पेट्रोलियम उत्पादों के विपणन में लगी हुई है। जिसकी उपस्थिति तेल और गैस उद्योग के अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में है। कंपनी ने प्रतिष्ठित महारत्न का दर्जा प्राप्त किया और अधिक परिचालन और वित्तीय स्वायत्तता वाली कंपनियों के क्लब में शामिल हो गई। (वार्ता)