चंडीगढ़। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के निर्देश पर SGPC के सदस्यों ने शुक्रवार को फिल्म अभिनेत्री व हिमाचल प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी सांसद कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज रोकने के लिए पंजाब भर के सिनेमाघरों के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विरोध को देखते हुए सिनेमा प्रबंधन ने फिल्म ‘इमरजेंसी’ को प्रदर्शित नहीं करने का निर्णय लिया।
SGPC के विरोध को देखते हुए सिनेमा प्रबंधन ने फिल्म इमरजेंसी को प्रदर्शित न करने का निर्णय लिया, जिसके बाद शिरोमणि कमेटी ने विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया। फिल्म के खिलाफ अमृतसर में पीवीआर सिनेमा (सूरज चंदा तारा), ट्रिलियम मॉल और अल्फा वन मॉल में विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसका नेतृत्व SGPC के मुख्य सचिव कुलवंत सिंह मनन, सदस्य एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका, भाई अजायब सिंह अभियासी और सचिव प्रताप सिंह ने किया।
इस अवसर पर बोलते हुए कुलवंत सिंह मनन ने कहा कि कंगना रनौत द्वारा बनाई गई फिल्म ‘इमरजेंसी’ में सिख पात्रों को गलत तरीके से चित्रित किया गया है, जिसको लेकर एसजीपीसी द्वारा पहले ही आपत्ति दर्ज कराई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि यह अफसोस की बात है कि पंजाब सरकार ने अब तक फिल्म को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। उन्होंने एसजीपीसी के विरोध के बाद सिनेमा प्रबंधन द्वारा फिल्म प्रदर्शित न करने के निर्णय का स्वागत किया।
मनन ने कहा कि SGPC इस फिल्म को किसी भी कीमत पर पंजाब में रिलीज नहीं होने देगी। अगर किसी ने फिल्म चलाने की कोशिश की तो शिरोमणि कमेटी फिर से विरोध करेगी। इस बीच शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका और भाई अजैब सिंह अभियशी ने कहा कि सिख विरोधी कोई भी कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हर धर्म के हितों और भावनाओं का सम्मान करना सरकारों की भी जिम्मेदारी है।
सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि कल एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पंजाब में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा था, लेकिन दुख की बात यह है कि पंजाब में आप सरकार जानबूझकर सिख मुद्दों की अनदेखी कर रही है। यह राज्य के हित में नहीं है। अमृतसर में प्रदर्शन के दौरान शिरोमणि कमेटी के मुख्य सचिव मनन, सदस्य एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका, भाई अजायब सिंह अभियासी, ओएसडी सतबीर सिंह धामी, सचिव प्रताप सिंह, अपर सचिव गुरिंदर सिंह मथरेवाल, बिजय सिंह, तजिन्दर सिंह पड्डा, प्रीतपाल सिंह, निजी सचिव शाहबाज सिंह, दरबार साहिब के मैनेजर। भगवंत सिंह धंगेडा, उप सचिव जसविंदर सिंह जस्सी, प्रो. सुखदेव सिंह, गुरचरण सिंह कोहाला, गुरनाम सिंह, बलविंदर सिंह खैराबाद, मनजीत सिंह तलवंडी, हरभजन सिंह, अध्यक्ष, सुखबीर सिंह, अधीक्षक निशान सिंह, मलकीत सिंह बहिडवाल तथा शिरोमणि कमेटी, धर्म प्रचार कमेटी और दरबार साहिब के स्टाफ भी उपस्थित थे। (वार्ता)