सगीर ए खाक़सार
बढ़नी/ सिद्धार्थनगर। नेपाल के मशहूर व मारूफ दीनी शख्सियत , जामिया आइशा सिद्दीका गर्ल्स कालेज के प्रबंधक मौलाना अब्दुर रशीद साहब अब हमारे बीच नहीं रहे।शनिवार को 95 वर्ष की उम्र में उनका इंतेक़ाल हो गया।उन्होंने अपने अबाई वतन कुदर बेटवा में आखिरी सांस ली।
उनके निधन से सीमाई क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी है। जामिआ सिराजुल उलूम साहित जामिआ खदीजतुल कुबरा आदि इस्लामिक शिक्षण संस्थाओं में रविवार को अवकाश घोषित कर दिया गया है।
मौलाना का शुमार नेपाल के मशहूर व मारूफ इस्लामिक स्कॉलरों में किया जाता था। वो नेपाल की बड़ी दीनी व समाजी शख्सियत और खतीबुल इस्लाम मरहूम हज़रत मौलाना अब्दुर रऊफ रहमानी झंडानगरी रहमतुललाह अलैहे के बेटे थे । उनके जनाज़े की नमाज़ 19 जनवरी,दिन रविवार को बाद नमाज़ ए असर झंडा नगर नेपाल के कब्रिस्तान में अदा की जाएगी।
उनके निधन पर मौलाना शमीम अहमद नदवी,मौलाना अब्दुल गनी अलकूफी,मौलाना मशहूद नेपाली,मौलाना अब्दुल अज़ीम,मौलाना खुर्शीद सल्फी,ज़ाहिद आज़ाद झंडा नगरी,मौलाना इब्राहिम मदनी,डा फैज़ान अहमद प्रबंधक खैर टेक्निकल सोसाइटी, अफ़ज़ाल अहमद,इरशाद अहमद,रियाज़ अहमद,जमाल अहमद,अब्दुल मोईद खान,मु इब्राहिम बाबा,निज़ाम अहमद,मसूद अहमद,सगीर ए खाक़सार,आदि ने गहरे रंजो ग़म का इज़हार किया है।