
- खूब पसंद किए जा रहे कैदियों के हस्तनिर्मित उत्पाद
- महाकुंभ में आगंतुकों को रास आ रही फतेहगढ़ जेल की रामनामी शाल
- प्रदेश की करीब दो दर्जन जेलों में बनी वस्तुओं की लगी प्रदर्शनी
लखनऊ। प्रदेश की जेलों में कैदियों की हस्तनिर्मित वस्तुएं महाकुंभ घूमने आए लोगों को खूब रास आ रही है। कारागार विभाग का महाकुंभ नगर में लगा स्टाल आगंतुकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।इस स्टाल में कैदियों की हस्तनिर्मित वस्तुओं को प्रदर्शन के साथ बिक्री के लिए लगाया गया है। स्टाल पर करीब दो दर्जन जेलों में निर्मित की गई वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है। मथुरा जेल के भगवान कृष्ण की पोशाक और मुकुट, फतेहगढ़ जेल की राम नामी शाल और नैनी और वाराणसी सेंट्रल जेल का फर्नीचर खूब पसंद किया जा रहा है।
प्रदेश के कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं विभाग ने महाकुंभनगर में एक विशालकाय स्टाल लगाया है। इस स्टाल में प्रदेश की करीब दो दर्जन जेलों में कैदियों के हस्तनिर्मित उत्पादों को बिक्री के लिए प्रदर्शित किया गया है। मथुरा जेल के बंदियों के बनाए भगवान कृष्ण के खूबसूरत मुकुट और कपड़े खूब पसंद किए जा रहे है। इसी प्रकार फतेहगढ़ जिला जेल की राम नामी शाल, आगरा जेल में बने जूते और वाराणसी और नैनी सेंट्रल जेल का फर्नीचर भी लोगो को खूब रास आ रहे है। इसके अलावा प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद कैदियों की बनाई गई पेंटिंग्स, डोर मैट, कालीन, वाल पेंटिंग्स, स्टेशनरी, आचार इत्यादि वस्तुओं को भी स्टाल में बिक्री के लिए प्रदर्शित किया गया है।
प्रयागराज के महाकुंभ नगर में 13 जनवरी से 24 फरवरी तक चलने वाली इस महाकुंभ में देश ही नहीं विदेशों के पर्यटक भी हिस्सा ले रहे है। महाकुंभ में आने वाले लोगों को कैदियों के हाथों से बनी वस्तुएं खूब रास आ रही है। बताया गया है फतेहगढ़ जिला जेल के बंदियों के ब्लॉक के जरिए तैयार की गई राम नामी शाल और भगवान की पोशाक और मुकुट की अच्छी डिमांड होने के साथ बिक्री भी हो रही है। एक अनुमान के मुताबिक कारागार विभाग के स्टाल पर अब तक करीब तीन लाख रुपए की वस्तुओं की बिक्री हो चुकी है। स्टाल पर लगी वस्तुओं को देखने और खरीदने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे है। प्रदर्शनी में लगी वस्तुओं की बिक्री से कैदियों की आय में भी बढ़ोत्तरी होगी।