- जेल विभाग में दागी अधिकारियों और कर्मियों को मिलेगा सम्मान!
- विवादों से घिरे पदक के लिए जेल विभाग के चयनित नाम
- विभाग ने जारी की पदक के लिए 170 नामों की सूची
लखनऊ। गणतंत्र दिवस के लिए कारागार विभाग में आईजी जेल के प्रशंसा चिन्ह पदक के चयनित किए गए नामों कई नामों का विवादों से गहरा नाता रहा है। शासन से कार्यवाही की संस्तुति होने वाले बाबू तक को पदक दे दिया गया। विवादित नामों के चयन का यह मामला विभागीय अधिकारियों और कर्मियों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसको लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। विभाग के आला अफसरों ने सजा के पात्र कई कर्मियों को पदक देकर सम्मान का अपमान कर दिया। उधर विभाग के अधिकारी इस मसले पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।
कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं विभाग ने गणतंत्र दिवस के मौके पर सराहनीय सेवा देने वाले कर्मियों को हीरक, स्वर्ण और रजत पदक के प्रशंसा पदक दिया जाता है। इस कड़ी में शुक्रवार को विभाग की ओर से पदक प्राप्त करने वालों की सूची जारी की। इस सूची में 170 अधिकारियों और कर्मियों को सम्मानित किया गया है। 23 को हीरक, 35 को स्वर्ण, 81 को रजत और 31 कर्मियों को प्रशंसा चिन्ह से सम्मानित किया गया है। यह लिस्ट विभाग में चर्चा का विषय बनी हुई है।
सूत्रों का कहना है कि लिस्ट में एक प्रधान सहायक को रजत पदक दिया गया है। इस बाबू के ब्रॉड सीट में गड़बड़ी मिलने पर इसके खिलाफ विभाग के संयुक्त सचिव ने अनुभाग से हटाकर कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही आगरा परिक्षेत्र में दो तीन प्रमोशन मिलने के बाद जमीं भ्रष्टाचार में लिप्त महिला बाबू को भी रजत पदक से सम्मानित किया गया है। इसी प्रकार पद के विपरीत स्टेनो का काम करने वाले एक अन्य बाबू को भी इसी सम्मान से नवाजा गया है। सुर्खियों में बने रहने वाले कई सुरक्षाकर्मियों को भी सूची में स्थान दिया गया है। यह तो बानगी है। सूची के कर्मियों की निष्पक्ष जांच कराई जाए तो सच खुद ही सामने आ जाएगा। पदक के लिए चयनित नामों के संबंध में जब आईजी जेल पीवी रामा शास्त्री से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो कई प्रयासों के बाद भी उनसे बात नहीं हो पाई। मुख्यालय के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नामों का चयन कमेटी ने किया है। मजे की बात यह है कि कमेटी के एक सदस्य ने अपने एक चहेते बाबू जिसकी जांच लंबित है उसको तक पदक दिला दिया।
तीन को राष्ट्रपति और 10 को मिला राज्यपाल पदक
प्रदेश कारागार विभाग के दो अधिकारियों और एक बाबू को राष्ट्रपति के सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। पदक पाने वाले में डीआईजी प्रेम नाथ पांडे, अधीक्षक आलोक सिंह और मुख्यालय के बाबू रमाकांत शामिल है। विवादों से घिरे और सुर्खियों में रहने वाले आलोक सिंह ने हाल ही ने करीब छह माह बांदा में तैनात रहने के बाद अपना तबादला मुरादाबाद जेल पर करवाया था। यह मामला काफी सुर्खियों में भी रहा। इसके अलावा विभाग के 10 अधिकारियों और कर्मियों को राज्यपाल के विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मानित किया गया है। इसमें शाहजहांपुर जेल अधीक्षक मिजाजी लाल, जेलर राजकुमार, कृष्णा कुमारी, अमिताभ मुखर्जी, विनोद कुमार सिंह, वॉर्डर संवर्ग के शैलेन्द्र कुमार त्रिपाठी, दीपक कुमार, प्रवेश कुमार और दिनेश कुमार शर्मा शामिल है। सूची में मुख्यालय के एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी जो घूम फिरकर एक ही अनुभाग में जमे हुए हैं। चर्चा में बने हुए है।