
- प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ़ फॉरेंसिक साइंस ने किया आयोजन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट आफ फॉरेंसिक साइंस लखनऊ के विधि संवर्ग के छात्र दल ने क़ानूनी सहायता के विषयों पर सरोजनी नगर क्षेत्र के रानीपुर गांव का गुरुवार को भ्रमण किया। प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ़ फॉरेंसिक साइंस लखनऊ के अपर निदेशक पुलिस उप महानिरीक्षक राजीव मल्होत्रा ने बताया कि न्याय नवाचार विषय पर कार्यशाला के हिस्से के रूप में आज संस्थान के 50 छात्रों के दल ने रानीपुर गांव, दरोगा खेड़ा का फील्ड विजिट कर ग्रामीणों के बीच उनकी छोटी मोती समस्याओं को जाना तथा उन समस्याओं के निदान के लिए आवश्यक क़ानूनी सहायता, नियम संगत दिशा एवं सुझाव दिया l
श्री मल्होत्रा ने बताया कि न्याय नवाचार पर कार्यशाला का उद्देश्य कानूनी पेशेवरों, नीति निर्माताओं और नागरिक समाज संगठनों सहित हितधारकों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है, ताकि अधिक न्यायपूर्ण और समतावादी समाज के लिए अभिनव समाधान तैयार किए जा सकें। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य फोरेंसिक विज्ञान संस्थान एक प्रमुख संस्थान है जो नवाचार, अनुसंधान और शिक्षा के माध्यम से फोरेंसिक विज्ञान को आगे बढ़ाने और न्याय को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। न्याय नवाचार पर आयोजित कार्यशाला के हिस्से के रूप में कानूनी विशेषज्ञों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्रों सहित प्रतिभागियों की कुल 8 टीमों ने स्थानीय समुदाय के सामने अस्तित्व के लिए अपने दैनिक संघर्ष में आने वाली चुनौतियों का अवलोकन और समझने के लिए यह फील्ड विजिट किया। इस अवसर पर संस्थान के डीन एसपी राय, डॉ अभिषेक दीक्षित, आशुतोष पांडे और नव्या सहित रानीपुर गांव के नागरिक जन उपस्थित रहे।