
- 19 मार्च 2025 को दिया था घटना को अंजाम
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जब तक योगी सरकार है, किसी के साथ अन्याय नहीं होने पाएगा। यदि गलती से किसी ने हिम्मत भी जुटाई तो उसे नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा। योगी ने यह दहाड़ पिछले साल विधानसभा के बजट सत्र में तब लगाई थी, जब प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या हो गई और उसमें माफिया अतीक का नाम उछला था। अतीक और उसके साम्राज्य को योगी ने नेस्तनाबूद कर दिया तो तीन दिन पहले महिला से दरिंदगी करने वाले शख्स को भी मुठभेड़ में मार गिराया।
मलिहाबाद क्षेत्र में 19 मार्च 2025 को अयोध्या निवासी 32 वर्षीय महिला की हुई हत्या के मामले में फरार चल रहे इनामी आटो चालक व मुख्य आरोपी अजय द्विवेदी को कमिश्नरेट पुलिस ने शुक्रवार शाम मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। इससे पहले उसका भाई गिरफ्तार हो चुका है। राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र में इंटरव्यू देकर वापस चिनहट लौट रही महिला को ऑटो में बिठाकर सुनसान रास्ते में ले जाकर भाई के साथ मिलकर दुष्कर्म की कोशिश के बाद उसकी बेरहमी से हत्या करने वाला मुख्य आरोपी अजय द्विवेदी कमिश्नरेट पुलिस के साथ शुक्रवार देर शाम हुई मुठभेड़ में ढेर हो गया।
बताया जा रहा कि कुछ घंटे पहले ही आरोपी ऑटो चालक अजय द्विवेदी के भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर घटना में इस्तेमाल ऑटो बरामद किया था। बताया जा रहा है कि आरोपी अजय के ऊपर कमिश्नरेट पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित किया था। बताते चलें कि 19 मार्च की रात आलमबाग से महिला को ऑटो रिक्शा में बिठाकर उसे मलिहाबाद क्षेत्र स्थित सुनसान इलाके में ले जाकर दुष्कर्म करने के साथ साथ लूट व हत्या करने का मामला सामने आया था। आरोपी के भाई ने गिरफ्तारी के दौरान बताया था कि दोनों ने मिलकर महिला की हत्या की जान ली थी।
बताया जा रहा है कि कुछ घंटे पहले गिरफ्तार हुए आरोपी दिनेश कुमार ने पुलिस पूछताछ के दौरान बताया था कि उसका भाई अजय आलमबाग से महिला को बैठाकर लाया था। रास्ते में उसने दिनेश को अन्धे चौकी के पास ऑटो में बिठा लिया और सुनसान रास्ते पर ले गया। वहां घटना स्थल पर महिला के साथ दोनों ने दुष्कर्म करने की कोशिश की, लेकिन असफल होने पर महिला की गला घोटकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि इतना ही नहीं, हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद जब पुलिस की ओर से बिना नंबर प्लेट वाले ऑटो की जांच शुरू की गई तो दोनों आरोपी घबरा गए और पुलिस से बचने के लिए दोनों आरोपी भाइयों ने मिलकर ऑटो में नया नंबर प्लेट लगा दिया था।
दोनों दरिंदे भाइयों पर दर्ज हैं आधा दर्जन से अधिक मुकदमा
पुलिस मुठभेड़ में मारे गए आरोपी अजय के आपराधिक इतिहास की जब जानकारी जुटाई गई तो पुलिस हैरान हो गई। पुलिस टीम के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी दिनेश कुमार के खिलाफ लखनऊ के काकोरी, मलिहाबाद और ठाकुरगंज में गंभीर धाराओं में कुल नौ मुकदमे दर्ज हैं। वहीं शुक्रवार देर शाम एनकाउंटर में मारे गए आरोपी अजय के खिलाफ ठाकुरगंज, काकोरी और पारा कुल 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
कई घटनाओं को अंजाम देने वाले दरिंदे का आपराधिक सफर शुक्रवार देर शाम हुआ खत्म
दुबग्गा क्षेत्र के बसंत कुंज योजना कालोनी निवासी अजय द्विवेदी पुत्र विजय कुमार द्विवेदी का भाई दिनेश कुमार द्विवेदी महिला हत्याकांड मामले में पकड़ा गया तो पता चला कि ये दोनों भाई आम नहीं एक खूंखार अपराधी हैं। अजय द्विवेदी के अपराध जगत की कहानी काफी रोचक है।
अजय आटो रिक्शा चलाने की आड़ में दर्जन भर से अधिक संगीन घटनाओं को अंजाम दिया, लेकिन जब दो दिन पहले मलिहाबाद क्षेत्र में इंटरव्यू देकर वापस चिनहट लौट रही महिला को अगवा कर उसे मौत की नींद सुलाया तो उसे यह नहीं मालूम था कि उसके आपराधिक मामले की आखिरी होगी। भाई दिनेश की गिरफ्तारी के बाद वह कहीं भागने की फिराक में था कि पुलिस ने उसे घेरेबंदी कर पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग झोंकनी शुरू कर दी लिहाजा वह पुलिस की जवाबी कार्रवाई में ढेर हो गया।