
ग्रामीणों ने बयां की दास्तां- पांच मिनट में बदल गया मंजर, जो मिला उसे मारी गोली
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। एक रंजिश के चलते ही लोगों ने अपने गांव के ही तीन सगे भाइयों को मौत के घांट उतार दिया। महज पांच मिनट की वो घटना थी, जिसने एक पूरा का पूरा परिवार उजाड़ दिया। अखरी गांव के निवासियों का कहना है कि पांच मिनट पहले हम लोग मंगलवार सुबह नाश्ता कर रहे थे कि तभी गोलियों की तड़तड़ाहट हुई। तीन भाईयों पप्पू, पिंकू व अभय प्रताप और उनके पिता लालबहादुर पर गांव के ही हमलावर भारी बड़े।
कहासुनी के बाद देखते ही देखते हमलावर तीनों भाइयों के सीने में गोलियों की बौछार शुरू कर दी। इस मंजर को स्थानीय लोग कुछ दूरी से देखा। हमलावरों ने परिवार के अन्य सदस्यों को भी निशाना बनाने के बंदूक तानी, लेकिन कुछ सोच कर उन्हें बख्श दिया। बताया जा रहा है कि वारदात के बाद गांव वालों की जुबान पर एक ही चर्चा रही कि हे भगवान… हम लोगों की जिंदगी से वे पांच मिनट हटा दो। कुछ ऐसा ही खूनी मंजर बयां किया उन चश्मदीदों ने जो घटना के वक्त वहां मौजूद थे।
अखरी गांव निवासी पप्पू, पिंकू व अभय प्रताप सिंह पुत्र लालबहादुर सिंह का ट्रैक्टर और बाइक को रास्ता न देने पर विरोधी पक्षों के बीच कहासुनी हो रही थी कि इसी दौरान एक पक्ष के लोगों ने तीनों भाइयों के सीने में गोलियों की बौछार शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि गोलियों की तड़तड़ाहट सुन गांव वाले बीच-बचाव करने के लिए आगे बढ़े, लेकिन खूनी हमलावरों का खूनी तेवर देख उनके कदम जहां थे वहीं ठिठक गए। गांव वाले कुछ समझ पाते कि हमलावरों ने तीन लाशें बिछा दी।
ग्रामीणों की मानें तो हम लोग आगे बढ़े तो हमारी तरफ असलहे की नाल तान दी, लिहाजा असलहों से ताबड़तोड़ उगल रही गोलियां देख ग्रामीण सहम गए। मौके पर पहुंचे पुलिस के आलाधिकारी घटनास्थल का जायजा लेने के बाद कातिलों की खोज में पुलिस की टीमें लगा दी है।