
- हनुमान सेतु मंदिर के बाहर प्रसाद वितरण के दौरान हुई घटना के बाद जागी पुलिस
- इससे पहले भी हो चुकी हैं कई घटनाएं, लेकिन तब कुम्भकरणी नींद सो रहा था प्रशासन
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। राजधानी लखनऊ की मशहूर हनुमान सेतु मंदिर के बाहर मंगलवार को प्रसाद लेने वालों की भीड़ लगी थी। इसी दौरान कतार में खड़े भिखारियों के बीच कहासुनी हो गई और देखते ही देखते खूनी रूप अख्तियार कर लिया। इस दौरान एक भिखारी ने लवकुश नाम के युवक के पेट में चाकू घोंपकर मौत की नींद सुला दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल युवक को अस्पताल भिजवाया जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या भिखारी हथियार लेकर भीख मांगते हैं, लिहाजा यह सवाल हर किसी को बेचैन कर रहा है। जानकारों की मानें तो घटना के बाद पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र कुमार सेंगर भी सकते में आ गए और आनन-फानन में मंदिर व दरगाह शरीफ के आसपास बैठकर भीख मांगने वाले भिखारियों की कुंडली खंगालने के निर्देश दिए।
इससे पहले भी पुलिस ने चलाया था अभियान
सूबे की राजधानी लखनऊ में बीस से 25 से अधिक बच्चे, बूढ़े और महिलाएं भीख मांगकर जीवन यापन करते हैं। फुटपाथ या फिर मंदिर व दरगाह के आसपास ही इनका आशियाना है। कई बार ये भिखारी विदेशी पर्यटकों के आगे हाथ फैला कर ये देश को शर्मशार करते हैं।
सनद रहे कि वर्ष 2014 में तत्कालीन एसएसपी प्रवीण कुमार ने समाजसेवी संस्थाओं की मदद से भिखारियों को मुख्य धारा से जोड़ने की योजना बनाई थी। उन्होंने सभी थानों को भिखारियों की सूची तैयार करने और एलआईयू को विभिन्न महकमों व संगठनों से संपर्क करके योजनाओं का ब्योरा एकत्र करने के आदेश दिए थे। लखनऊ पुलिस ने इन भिखारियों के हित के लिए कई बार कदम तो उठाई, लेकिन इनकी मनमानी के चलते पूरी योजनाएं फिलहाल ठंडे बस्ते में चली गई।

मंगलवार को जिस तरह से हनुमान सेतु मंदिर पर प्रसाद वितरण के दौरान युवक की हुई हत्या के बाद अब ऐसा लग रहा है कि मंदिर व दरगाह के आसपास भीख मांगने वाले भिखारी नहीं बल्कि अपराधी की शक्ल में साबित हो रहे हैं। सूत्रों की मानें तो भिखारियों का कहर देख अब पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र कुमार सेंगर ने शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों में धड़ल्ले से भीख मांगने वालों की कुंडली खंगालने के निर्देश दिए हैं।
सूत्र बताते हैं कि रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, कचहरी के अलावा मंदिर व दरगाह शरीफ के आसपास भिखारियों की टोली लोगों के आगे-पीछे घूमते नजर आते हैं। भीख मांगने वाले स्मैकिए चोरी व अन्य छुटपुट अपराध भी करते हैं। उदाहरण के तौर पर हनुमान सेतु मंदिर के बाहर मंगलवार प्रसाद वितरण के दौरान लवकुश नाम के युवक की हुई हत्या इस बात की चीख कर गवाही दे रहा है कि कहीं भिखारी के भेष अपराधी तो नहींॽ