नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत और दक्षिणी सूडान के बीच पुराने सौहार्दपूर्ण तथा मैत्रीपूर्ण संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा है कि भारत दक्षिणी सूडान का विश्वसनीय भागीदार बनने के लिए संकल्पबद्ध है। मुर्मू ने दक्षिण सूडान की ट्रांजिशनल नेशनल असेंबली की अध्यक्ष सुश्री जेम्मा नूनू कुम्बा के नेतृत्व में वहां के एक संसदीय शिष्टमंडल से बुधवार को राष्ट्रपति भवन में मुलाकात के दौरान यह बात कही।
राष्ट्रपति ने संसदीय शिष्टमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि भारत और दक्षिण सूडान के बीच सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत को दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में बड़ी सैन्य टुकड़ी का योगदान करने पर गर्व है। इस मिशन के अतिरिक्त, भारतीय सैनिक वहां मानवीय सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और दोनों देशों के बीच संबंधों को अधिक सुदृढ़ बनाने में योगदान कर रहे हैं।
मुर्मू ने कहा कि भारत, दक्षिण सूडान के लिए विश्वसनीय विकास भागीदार बनने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि दक्षिण सूडान के युवा भारत के छात्रवृत्ति कार्यक्रमों के तहत उपलब्ध प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण अवसरों का लाभ उठाएंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि दक्षिण सूडान नए संविधान का प्रारूप तैयार करने सहित अपनी राजनीतिक प्रक्रियाओं में संसदीय लोकतंत्र में भारत के अनुभवों का लाभ उठा सकता है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में भारत उसे पूरा समर्थन देगा। (वार्ता)