नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को अडानी समूह के मुद्दे पर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा और सवाल उठाया कि आखिर वह अरबपति व्यवसायी गौतम अडानी का इतनी शिद्दत से बचाव क्यों कर रही है। गांधी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में अडानी समूह के मुद्दे पर सवाल उठाया कि असली प्रश्न यह है कि BJP अडानी का इतनी जोरदार तरीके से बचाव क्यों करती है।
उन्होंने जोर दिया कि वह पहले भी कह चुके हैँ कि वह किसी से डरते नहीं हैं और नरेंद्र मोदी से अडानी के साथ संबंध के बारे में पूछते रहेंगे। उन्होंने दावा किया कि मोदी के अडानी के साथ संबंध तब शुरू हुए जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। गौरतलब है कि हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि अडानी समूह दशकों से स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी योजनाओं में लिप्त था। विपक्षी दल अडानी समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से जांच की मांग कर रहे हैं।
सत्य मेरा हथियार है: राहुल
गौरतलब है कि सोमवार को आपराधिक मानहानि मामले में कोर्ट ने राहुल गांधी को जमानत दी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि सच्चाई इस संघर्ष में उनका हथियार है। राहुल ने एक ट्वीट में लिखा, यह लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई और मित्र काल के खिलाफ है और इस संघर्ष में, सत्य मेरा हथियार है और सत्य मेरा आश्रय है।
दो साल जेल की हुई थी राहुल को सजा…
बताया गया है कि राहुल को ‘मोदी सरनेम’ के संदर्भ में उनकी 2019 की टिप्पणी के लिए निचली अदालत ने दो साल की जेल की सजा सुनाई थी। पिछले महीने सजा सुनाए जाने के बाद लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिए गए गांधी (52) अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश आर पी मोगेरा की अदालत में उपस्थित हुए जिसने 15,000 रुपये के मुचलके पर उनकी अपील के निपटारे तक जमानत दे दी। बताया गया है कि राहुल ने अपील में कहा है कि आपराधिक मानहानि मामले में 23 मार्च को मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा उनकी दोषसिद्धि ‘‘त्रुटिपूर्ण’’ और स्पष्ट रूप से गलत थी। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें एक ऐसे तरीके से सजा सुनाई गई कि वह संसद सदस्य के तौर पर अयोग्य हो जाएं।