डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
वृक्ष कबहुँ न फल भखै, नदी न संचय नीर
परमार्थ के कारने साधुन धरा शरीर।।
कबीर दास के इस दोहे का उल्लेख करते हुए CMS संस्थापक डॉ जगदीश गाँधी ने योगी आदित्यनाथ के छह साल को शानदार बताया। पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि यह दोहा योगी आदित्यनाथ की जीवन शैली पर पूरी तरह लागू होता है। वह सन्यासी है। वह केवल योगी ही नहीं कर्मयोगी भी हैं। समाज सेवा के प्रति समर्पित हैं। इस भावना से कार्य करते हुए वह उत्तर प्रदेश को बुलन्दियों की तरफ ले जा रहे हैं।
जगदीश गांधी ने कहा कि उनका किसी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं है। किन्तु एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में सरकार के बेहतर कार्यों की सराहना करना उनका दायित्व है। विगत छह वर्षो में कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ हुई है। इसके सकरात्मक परीणाम प्रत्यक्ष दिखाई दे रहे हैं।
आमजन इसका अनुभव कर रहा है। सुदृढ़ कानून व्यवस्था से उत्तर प्रदेश निवेश की दिशा में निरन्तर प्रगति कर रहा है। जनमानस का विश्वास है कि यह सरकार छह वर्ष में योग्यता,परिश्रम,त्याग, समर्पण और दूरद्रष्टि से प्रदेश का समग्र विकास कर रही है। डॉ गांधी ने कहा कि जनता भयमुक्त है। अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस है। व्यापारी सुरक्षित महसूस के रहे है। बेहतर शिक्षा और रोजगार के अवसर सृजित रहे है। देश विदेश से लाखों करोड़ रुपये का निवेश आ रहा है। उद्योगों की स्थापना से रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। एक जिला एक उत्पाद योजना से स्थानीय उद्योगों को नया जीवन मिला है। कलाकारों शिल्पकारों में उत्साह है। सरकारी नियुक्तियों में पारदर्शिता है। सुशासन का संकल्प साकार हो रहा है। मिशन रोजगार ईमानदारी के साथ आगे बढ़ रहा है। धार्मिक स्थलों का विकास किया जा रहा है। इससे तीर्थाटन और पर्यटन के क्षेत्र में प्रगति हो रही है।