शाश्वत तिवारी
द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए भारतीय रेलवे ने बांग्लादेश को 20 ब्रॉड गेज (बीजी) इंजन सौंपे हैं। रेल भवन में आयोजित डिजिटल हैंडओवर समारोह में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और बांग्लादेश के रेल मंत्री मोहम्मद नुरुल इस्लाम सुजान ने भाग लिया। यह पहल अक्टूबर 2019 में प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत यात्रा के दौरान भारत सरकार द्वारा की गई प्रतिबद्धता को पूरा करती है। 100 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के इन इंजनों से बांग्लादेश के रेलवे नेटवर्क को बढ़ाने और यात्री एवं मालगाड़ियों के परिचालन में सुधार करने में मदद मिलेगी। भारतीय रेलवे ने बांग्लादेश रेलवे की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इंजनों में संशोधन किए हैं। इन इंजनों को सौंपने से बांग्लादेश में यात्री और मालगाड़ी के संचालन की बढ़ती मात्रा को संभालने में योगदान मिलेगा। दोनों देश व्यापार में सुधार के लिए रेल कनेक्टिविटी के महत्व को पहचानते हैं और सीमा पार लिंक को मजबूत करने की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
वर्तमान में भारत और बांग्लादेश के बीच चलने वाली तीन जोड़ी यात्री ट्रेनों को उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है। इनमें कोलकाता (चितपोर)-ढाका मैत्री एक्सप्रेस, कोलकाता-खुलना बंधन एक्सप्रेस और न्यू जलपाईगुड़ी-ढाका मिताली एक्सप्रेस शामिल हैं। दोनों देशों की सरकारें व्यापार और कनेक्टिविटी बढ़ाने के उद्देश्य से यात्री और कार्गो यातायात के आदान-प्रदान के लिए और अवसरों की तलाश कर रही हैं।
भारत और बांग्लादेश एक मजबूत सभ्यतागत, सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक संबंध साझा करते हैं। दोनों देशों के प्रधानमंत्री द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं, और भारतीय रेलवे रेल कनेक्टिविटी को बढ़ाने और व्यापार को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इंजनों को सौंपना आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने और संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, की बढ़ती मात्रा को संभालने में योगदान मिलेगा। दोनों देश व्यापार में सुधार के लिए रेल कनेक्टिविटी के महत्व को पहचानते हैं और सीमा पार लिंक को मजबूत करने की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।