- वकील के वेश में पहुंचा था हत्यारा, लखनऊ के दीवानी न्यायालय का मामला
- संजीव जीवा को गोली मारी गई,एक बच्ची को भी गोली लगी
मौका-ए-वारदात से आशीष दूबे की रिपोर्ट…
लखनऊ। अभी पूर्वांचल के कुख्यात माफिया अतीक अहमद की हत्या की जांच खत्म भी नहीं हो पाई थी कि राजधानी लखनऊ के दीवानी कचहरी में एक युवक पर वकील के वेश में पहुंचे एक व्यक्ति ने गोली दाग दी। गोली लगने से एक युवक वहीं ढेर हो गया। शिनाख्त के दौरान पता चला कि मरने वाला युवक पश्चिम का दुर्दांत अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा है। सिविल कोर्ट में मुलजिम को मारी गोली। प्रयागराज हत्याकांड के करीब चार महीने बाद इस हत्याकांड से सनसनी मच गई है।
उपस्थित लोगों का कहना है कि हमलावर वकील के भेष में कोर्ट पहुंचा था। उसने परिसर के बीचोबीच गोलियां दागनी शुरू कर दी। किसी को कुछ समझ नहीं आया था। लोग इधर-उधर भागने लगे थे। तभी पता चला कि मरने वाला युवक संजीव जीवा है। बताते चलें कि कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी संजीव जीवा का नाम तेजी से चर्चा में आया था। जीवा ने बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के बाद गाड़ी की बोनट पर चढ़कर AK-47 से गोली चला रहा था। उसी समय उसका नाम तेजी से सुर्खियों में आया था। जीवा वेस्ट यूपी का एक कुख्यात अपराधी है, जो कभी कंपाउंडर हुआ करता था। लेकिन उसने अपने ही मालिक को किडनैप कर लिया था। बाद में उसकी हत्या भी कर दी थी।
संजीव जीवा कृष्णानंद राय हत्याकांड में आरोपी था। वो मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जाता है। खबर है कि एक अपराधी को पकड़कर पुलिस कैसरबाग पुलिस थाने ले गई है। वहीं घायल बच्ची को अस्पताल ले जाया गया है, जहां उसकी हालत अभी गंभीर बताई जा रही है।
वहीं संजीव की पत्नी पायल माहेश्वरी ने कुछ दिन पहले ही जीवा के हत्या की आशंका जताई थी और सरकार से सुरक्षा की मांग की थी। गौरतलब है कि भाजपा विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के मामले में संजीव जीवा जेल में बंद है। संजीव की पत्नी और रालोद नेता पायल माहेश्वरी ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से अपने पति की सुरक्षा की गुहार लगाई थी। पायल का कहना है कि पेशी के दौरान षड्यंत्र के तहत उनके पति की हत्या कराई जा सकती है। उन्होंने पति की सुरक्षा के लिए CJI से उच्चाधिकारियों को निर्देशित करने का अनुरोध किया है। बता दें कि साल 2017 में पायल महेश्वरी रालोद के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी है।
कौन है कुख्यात संजीव जीवा
संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का रहने वाला था। वो मुख्तार अंसारी, मुन्ना बजरंगी औऱ भाटी गैंग के लिए काम करता था। उसके खिलाफ तीन दर्जन के करीब मामले दर्ज बताए जाते हैं। कचहरी में हुए हमले में दो सिपाही भी घायल हुए हैं। इसमें एक का नाम लाल मोहम्मद बताया जा रहा है। बताया जाता है कि कृष्णानंद राय हत्याकांड में संजीव भाटी इस कदर शामिल था कि उसने तत्कालीन विधायक की गाड़ी पर चढ़कर एके-47 से ताबड़तोड़ 27 गोलियां बरसाई थीं। संजीव लम्बे समय से लखनऊ जेल में ही सिक्योरिटी बैरक में बंद था। जीवा माफिया डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी के बेहद करीबी माना जाता था।