नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए आज कहा कि यह विडंबना है कि गांधी वंशज दुनिया भर में “मोहब्बत की दुकान” का ढिंढोरा पीट रहे हैं जब उनकी अपनी पार्टी की सरकार “भ्रष्टाचार की दुकान” के अलावा कुछ नहीं थी। चंद्रशेखर ने पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार को घोटालों, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से दूषित बताते हुए कहा, “उनका ट्रैक रिकॉर्ड खुद के लिए बोलता है। अर्थव्यवस्था मंदी में थी। विनिर्माण क्षेत्र बर्बाद हो गया था और निवेशक पलायन कर रहे थे। BSNL दिवालिया हो गया था। उनके दस साल के शासनकाल को सबसे अच्छे तरीके से खोए हुए दशक के रूप में वर्णित किया जा सकता है। #के हाथ में एक कठिन काम था, जब उन्होंने पदभार संभाला था, लेकिन उन्होंने पिछले नौ वर्षों में बदलाव लाने और अभूतपूर्व विकास करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम द्वारा इंडिया स्टैक पहल का मज़ाक उड़ाये जाने को याद करते हुए उन्होंने कहा कि UPI की सफलता और लाभार्थियों को सीधे बैंक हस्तांतरण ने ना कहने वालों को करारा जवाब दिया है। उन्होंने बताया, “यहां तक कि नागालैंड के जुन्हेबोटो नामक एक दूरस्थ गांव को भी 100 प्रतिशत डीबीटी प्राप्त हुआ। संप्रग युग के विपरीत कोई भ्रष्टाचार नहीं था।
चंद्रशेखर ने नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि 2014 से पहले भारत दुनिया का सबसे बड़ा असंबद्ध राष्ट्र था। उन्होंने कहा, “आज, 85 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ, हम सबसे बड़े कनेक्टेड देश बन गए हैं और डेटा के सबसे बड़े उपभोक्ता भी हैं। पहले, दूरसंचार उपकरणों का हर टुकड़ा आयात किया जाता था, लेकिन अब हम लगभग 98 प्रतिशत मोबाइल फोन का निर्माण और निर्यात करते हैं। 2014 से पहले, भारत अन्य देशों के लिए एक बैक ऑफिस समर्थन की तरह था, लेकिन आज हम डिजिटल अर्थव्यवस्था के हर हिस्से में हैं।
चंद्रशेखर ने कहा कि वर्ष 2015 में डिजिटल अर्थव्यवस्था कुल सकल घरेलू उत्पाद का केवल तीन से 3.5 प्रतिशत थी। अब यह बढ़कर 10 प्रतिशत हो गयी है और 2025-26 तक 20 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है। प्रौद्योगिकी के उपयोग में भारत के सबसे प्रमुख राष्ट्र बनने का उल्लेख करते हुए मंत्री ने कहा, “यहां तक कि दूसरे देश भी इंडिया स्टैक को अपनाने में रुचि रखते हैं। भारत के सबसे तेजी से बढ़ते स्टार्टअप और इनोवेशन इकोसिस्टम का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि यह युवा भारतीयों के लिए रोजगार और उद्यमिता के अवसरों का एक प्रमुख स्रोत रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे सरकार इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल, डिजिटल इंडिया एक्ट और नेशनल डेटा गवर्नेंस पॉलिसी के साथ एक व्यापक कानूनी ढांचा लेकर आ रही है। (वार्ता)