डॉ दिलीप अग्निहोत्री
लखनऊ। छह वर्ष पहले शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की नकारात्मक छवि थी। नकल,ढांचागत सुविधाओं और शिक्षा की गुणवत्ता में अभाव था। इसके चलते देश में उत्तर प्रदेश की शिक्षा को सम्मान नहीं मिलता था। योगी आदित्यनाथ ने अपने पिछले कार्यकाल की शुरुआत में ही इन कमियों को प्राथमिकता के आधार पर दूर कर दिया था। नकल विहीन परीक्षा सुनिश्चित हुई। नकल माफियाओं पर नकेल कसी गई। यह सभी कार्य नई शिक्षा नीति लागू होने के पहले होने गए थे। प्रदेश सरकार द्वारा अलग-अलग स्तर पर अलग-अलग कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा हेतु अलग-अलग कार्यक्रम बनाए गए हैं। आज प्रदेश में बेसिक शिक्षा क्षेत्र में परिवर्तन हुआ है। नकल विहीन परीक्षा संपन्न हुई है।
योगी सरकार ने नई शिक्षा नीति को प्रभावी रूप में लागू किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी देश सबसे बड़े रिफॉर्म की ओर आगे बढ़ रहा है। आजादी के बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति, शिक्षा के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा रिफॉर्म है। उन्होंने अमर उजाला द्वारा आयोजित मेधावी छात्र सम्मान समारोह को संबोधित किया। योगी आदित्यनाथ के संबोधन एक आदर्श गुरु के रूप में था। जो विद्यार्थियों को ज्ञान के साथ नैतिक मार्ग पर चलने का संदेश देता है। उन्होंने कहा है कि शिक्षा के प्रति अटूट निष्ठा विद्यार्थियों को महानता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ाती है।
शिक्षा के प्रति विद्यार्थियों की भक्ति उनको लक्ष्य तक पहुंचा देगी। भक्ति में रावण ने कैलाश पर्वत उठा दिया था, जब अहंकार आया तब वह अंगद का पैर भी नहीं उठा पाया था। जब कोई चुनौती आती है तो वह परीक्षा की घड़ी होती है। जब भी कोई संकट सामने आए तो उसे भागने के बजाय अपनी बुद्धि एवं विवेक से उसका सामना करना चाहिए। उससे सफलतापूर्वक बाहर निकलने का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। शॉर्टकट का रास्ता अपनाने की आवश्यकता नहीं है जीवन शार्ट कट का मार्ग कभी सफलता की मंजिल तक नहीं पहुंचा सकता। चुनौतियों से जूझते हुए ईमानदारी से एवं अपने पुरुषार्थ से सफलता की मंजिल को चूमना ही वास्तविक सफलता है।
अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय समारोह में देश के प्रत्येक नागरिकों की भूमिका रही। हर घर तिरंगा कार्यक्रम में लोगों ने अपने घर पर तिरंगा फहराया। यह भारत की आन बान शान का प्रतीक है। घर-घर तिरंगा के माध्यम से सभी ने राष्ट्रीयता के भाव को देश-दुनिया के सामने प्रस्तुत किया था। ‘एकj भारत श्रेष्ठ भारत’ के रूप में हम सभी अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे।प्रदेश के दो करोड़ युवाओं को टैबलेट एवं स्मार्टफोन देने की कार्यवाही प्रदेश सरकार के द्वारा एक बड़ा कदम है जिससे हर छात्र तकनीकी दृष्टि से सक्षम हो सके। विद्यार्थियों को अभ्युदय कोचिंग की व्यवस्था उपलब्ध करायी जा रही है। शिक्षकों को ऑनलाइन एजुकेशन साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। वर्चुअल क्लासेस की व्यवस्था की जा रही है। साइंस, मैथ्स और इंग्लिश के शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति की जा रही है।
जर्जर हो चुके पुराने माध्यमिक इंटर कॉलेजों का पुनरुद्धार का कार्य किया जा रहा है। नवनिर्माण के साथ उसे जोड़ने के कार्य हो रहे हैं। नये इंटर कॉलेज एवं संस्थाएं खोली जा रही हैं। गरीब कामगार एवं श्रमिकों के बच्चों के लिए अठारह अटल आवासीय विद्यालय खोले जा रहे हैं। अटल आवासीय विद्यालय सभी अत्याधुनिक सुविधाओं, छात्रावास एवं स्टेडियम से युक्त हैं यह विद्यालय करीब पंद्रह एकड़ क्षेत्रफल में खोला जा रहा है। इसके माध्यम से शिक्षा का एक नया मॉडल प्रस्तुत करने का प्रयास किया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गुलाब देवी ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा विगत सौ वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए हाईस्कूल एवं इण्टर की परीक्षा का परिणाम मात्र पंद्रह दिनों में दिया गया।