गांधीनगर। मौसम विज्ञान विभाग की क्षेत्रीय निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा है कि चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ गुरुवार की शाम कच्छ के जखौ से टकराएगा और इससे प्रभावित होने की आशंका वाले जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा किए गए उपायों की जानकारी प्राप्त करने के लिए बुधवार शाम गांधीनगर स्थित स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में मुख्य सचिव सहित उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक की। सुश्री मोहंती ने बैठक में बताया कि चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ गुरुवार की शाम कच्छ के जखौ से टकराएगा और इससे प्रभावित होने की आशंका वाले जिलों में भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है। वहीं, पटेल ने संभावित प्रभावित जिलों की तैयारियों के विषय में जायजा हासिल कर आवश्यक सुझाव दिए और बताया कि राज्य सरकार ने नागरिकों को सुरक्षित जगहों पहुंचाने पर विशेष जोर देते हुए आठ जिलों में से अब तक कुल 74 हजार से अधिक लोगों को दूसरे स्थानों पर स्थानों पर पहुंचाया गया है।
समीक्षा बैठक में इस बात की भी जानकारी दी गई कि तटीय जिलों के गांवों और नगरों में लोगों को संभावित चक्रवात के असर को लेकर सुरक्षा और सतर्कता के उपाय और राज्य सरकार द्वारा किए गए स्थानांतरण सहित अन्य इंतजामों में सहयोग देने संबंधी मुख्यमंत्री का ऑडियो संदेश तथा व्हाट्सएप वीडियो संदेश भी सूचना विभाग की ओर से भेजा जा रहा है। संभावित चक्रवात के परिणामस्वरूप राज्य में किसी तरह की जनहानि को टालने के लिए राज्य सरकार पूरी सतर्कता बरत रही है।
राज्य में अब तक संभावित चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका वाले जूनागढ़ में 4604, कच्छ में 34,300, जामनगर में 10,000, पोरबंदर में 3469, देवभूमि द्वारका में 5035, गिर सोमनाथ में 1605, मोरबी में 9283 और राजकोट में 6089 सहित कुल आठ जिलों में अब तक कुल 74,345 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया है। इसके अलावा, फूड पैकेट, बिजली के खंभों और जलापूर्ति की पर्याप्त तैयारियां भी की गई हैं। इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, राजस्व एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिवों सहित वरिष्ठ प्रधान सचिवों, सचिवों और अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों द्वारा अब तक किए गए कार्यों का ब्यौरा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को दिया। (वार्ता)