उमेश तिवारी
नौतनवा/महराजगंज । बारिश का मौसम आते ही जनपद महाराजगंज के बहुचर्चित महाव नाले के सीमावर्ती किसानों की मुश्किलें चरम सीमा तक पहुंच जाती हैं, जिसका मुख्य कारण महाव नाले में जलस्तर बढ़ते ही जगह जगह तटबंधों का टूटना बताया गया है। प्रति वर्ष स्थानीय किसानों को प्रशासन से स्थाई विकल्प की आस रहती हैं, लेकीन उनका यह विश्वास सिर्फ कागजी कार्यवाही में दबकर रह जाती है, तथा अगले वर्ष के लिए जिम्मेदार लोगों व प्रशाशन के आला अधिकारियों से पुनः इस विकट समस्या से निजात पाने के लिए सिर्फ आस और स्थाई विकल्प के सपने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं मिल पाता, यही हुआ शनिवार की दोपहर को जब महाव नाले का पानी झिंगटी गांव के पास महाव नाले पर बन रहे निर्माणाधीन पुल के पास मरम्मत के अभाव में टूटा और खेतों में बाढ़ का पानी फैल गया।
झिंगटी गांव के पास SSB रोड पर पड़ने वाले महाव नाले पर बीते छह माह से पुल का निर्माण कराया जा रहा है, जिससे महाव नाले का तटबंध कट गया है। जिसकी अभी तक मरम्मत नहीं हुई है शनिवार को नाला के उफनाते ही कटे तटबंध के रास्ते बाढ़ का पानी झिंगटी गांव के सीवान में फैल गया है। एडीएम डा पंकज वर्मा व SDM मुकेश सिंह ने मौके का मुआयना किया और किसानों को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है ।