पुणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हुए अपने भतीजे अजीत पवार और अन्य पार्टी विधायकों की कार्रवाई को कमतर करने की कोशिश की और कहा कि वह उनके खिलाफ अदालत जाने के बजाय इस पर लोगों की राय लेंगे। पवार ने यहां संवादाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “राकांपा विभाजित नहीं है, लेकिन पार्टी सर्वश्री अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और अन्य राकांपा विधायकों के खिलाफ उनकी भूमिका के लिए कार्रवाई करेगी।” उन्होंने कहा कि अजित का कृत्य उनके लिए नयी बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राकांपा के बारे में एक गंभीर बयान दिया था, जिसमें कहा गया था कि पार्टी के कुछ नेता कथित भ्रष्टाचार में शामिल हैं, लेकिन उन्हीं राकांपा नेताओं को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, इसलिए उनकी पार्टी को मोदी द्वारा लगाए गए आरोप से मुक्त कर दिया गया है। मैं मोदी का आभारी हूं।’
उन्होंने कहा, “आज जो हुआ उसे लेकर मुझे चिंता नहीं है। आज का दिन ख़त्म हो गया है। कल मैं कराड जाऊंगा और जनता के सामने कुछ भी बोलने से पहले यशवंतराव चव्हाण की समाधि पर जाऊंगा।” उन्होंने कहा कि अगले दो से तीन दिन में बगावत की भूमिका साफ हो जाएगी। उन्होंने कहा, “हम लोगों को आज की घटना के बारे में निर्णय लेने देंगे। आइए हम लोगों की भूमिका को समझें।” उन्होंने कहा कि उन्होंने छह जुलाई को पार्टी की बैठक बुलाई है, जहां वह युवा नेताओं से सलाह-मशविरा करने के बाद फैसला लेंगे। (वार्ता)