डॉ दिलीप अग्निहोत्री
योगी सरकार ने विगत छह वर्षों के दौरान शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार किए हैं। इसके अंतर्गत अनेक स्तरों पर कार्य किया जा रहा है। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और नकल विहीन परीक्षा सुनिश्चित की गई। इससे देश में यूपी की शिक्षा का महत्व और सम्मान बढ़ा है। इसके साथ ही ढांचा गत सुविधाओं का निरन्तर विकास किया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा में किया गया निवेश कभी व्यर्थ नहीं जाता। शिक्षा देश और समाज के भविष्य को संवारने का माध्यम है। उन्होंने दक्षिण भारत और मध्य भारत के प्रतिष्ठित निजी विश्वविद्यालयों तथा देश के उच्च शिक्षण संस्थानों के कुलपतियों, प्रतिकुलपतियों, निदेशकों, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों व अन्य प्रतिनिधियों से संवाद किया। उनको उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। बताया कि प्रदेश में सस्टेनेबल डेवलपमेण्ट शिक्षा,स्वास्थ्य,कौशल विकास,रोजगार सृजन सहित हर आवश्यक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं। आज प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट और इण्टरस्टेट कनेक्टिविटी बेहतर हुई है।
छह वर्ष पहले प्रदेश में मात्र बारह
राजकीय मेडिकल कॉलेज थे। विगत छह वर्षों के प्रयास के बाद आज पैंतालीस जनपदों में सरकारी मेडिकल कॉलेज संचालित हैं, जबकि सोलह निर्माणाधीन हैं पीपीपी मोड पर सोलह और मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो रही है। आज प्रदेश में बाइस राज्य विश्वविद्यालय व तीन केन्द्रीय विश्वविद्यालय संचालित हैं। तीन राज्य विश्वविद्यालय निर्माणाधीन हैं। छत्तीस निजी विश्वविद्यालय, दो एम्स हैं। दो आई आई टी व आई आई एम संचालित हैं। दो हजार से अधिक पॉलिटेक्निक व वोकेशनल इंस्टीट्यूट भी संचालित हैं।जिन जनपदों में कोई विश्वविद्यालय स्थापित नहीं है, वहां अपने विश्वविद्यालय स्थापित करने वाले निवेशकों को राज्य सरकार अपनी नीति के अनुरूप हर आवश्यक सहायता उपलब्ध कराएगी।