उमेश तिवारी
काठमांडू/नेपाल। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री नेपाल दौरे पर हैं। वह देवचुली में तीन दिवसीय हनुमत कह रहे हैं। लेकिन उनके दौरे से नेपाल की कम्युनिस्ट सरकार चिढ़ गई है। बताते चलें कि पूरी दुनिया में हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग करने वाले बाबा बागेश्वर इन दिनों नेपाल दौरे पर हैं। नेपाल में बाबा बागेश्वर के चाहने वाले उनके दरबार में भक्तों की जोरदार भीड़ उमड़ी है। बाबा बागेश्वर ने भी हिंदू राष्ट्र का नारा लगाया। साथ ही बाबा ने जब पशुपतिनाथ का जिक्र किया तो नेपाल के लोग झूम उठे। बागेश्वर बाबा जहां जाते हैं वहां उनके चाहने वालों की भीड़ उमड़ती है। फिर चाहे वो लंदन हो या फिर नेपाल।जब बाबा बागेश्वर काठमांडू पहुंचे तो उनका जबरदस्त स्वागत किया गया। बाबा बागेश्वर नेपाल के देवचुली में तीन दिवसीय रामकथा सुनाने पहुंचे हैं। हजारों की भीड़ बाबा बागेश्वर की एक झलक पाने के लिए एयरपोर्ट के बाहर खड़ी थी। बाबा ने भी किसी भक्त को निराश नहीं किया।
बाबा ने बोला-हिंदू राष्ट्र नेपाल की जय
राम कथा के पहले ही दिन बागेश्वर बाबा ने ‘हिंदू राष्ट्र नेपाल की जय’ बोलकर माहौल बना दिया। उनकी इससे पहले बागेश्वर बाबा ने ब्रिटेन में राम कथा सुनाई थी। ब्रिटेन में भी बाबा के दरबार में जमकर भीड़ उमड़ी थी। बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नेपाल के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां जन्मे सभी लोगों को गर्व होना चाहिए क्योंकि यह ऐसी पुण्यभूमि है, जहां पैदा होने वाले को अयोध्या नहीं जाना पड़ता है, बल्कि अयोध्या के राम को यहां आना पड़ता है। बाबा बागेश्वर ने नेपाल की ऐतिहासिक विरासत का जिक्र करते हुए कहा कि नेपाल भक्ति की भूमि है। ये वही भूमि है जहां माता जानकी यानी सीता का जन्म हुआ और भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पूरी दुनिया में सनातन का झंडा फहराने वाला राष्ट्र है। उन्होंने कहा कि नेपाल एक हिंदू राष्ट्र रहे और सनातन धर्म की क्रांति यहां लहराती रहे। मैं किसी का विरोधी नहीं हूं। बुरा मत मानना। उन्होंने कहा कि एक दिन नेपाल पूरी दुनिया में अपना डंका बजाएगा। नेपाल हमारी आत्मा है।
बाबा से मिलने से प्रचंड ने किया इनकार
बाबा बागेश्वर की तरफ से हिंदू राष्ट्र की बात कहने पर नेपाल की कम्युनिस्ट उनसे नाराज है। लिहाजा राष्ट्रपति रामचंद्र पौड़ेल और प्रधानमंत्री प्रचंड ने उनसे मुलाकात करने से इनकार कर दिया। दरअसल शनिवार को बाबा का पीएम प्रचंड से मिलने का कार्यक्रम था। लेकिन बिजी शेड्यूल का हवाला देते हुए उन्होंने मना कर दिया। इतना ही नहीं नेपाल के अन्य राजनेता भी बागेश्वर बाबा से मिलने से कतरा रहे हैं। लेकिन लोग उनका जमकर स्वागत कर रहे हैं। कई लोग इसी बात से नाराज हैं कि आखिर क्यों राष्ट्रपति और पीएम बागेश्वर बाबा से नहीं मिल रहे हैं।