डॉ दिलीप अग्निहोत्री
इस समय विपक्षी गठबंधन के नेताओं में हिंदू सनातन धर्म पर हमले की होड़ लगी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे किसी नेता या दल का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनको सटीक जबाब आवश्य दिया है। योगी ने कहा कि सनातन धर्म मानवता का धर्म है। दुनिया के सभी मत, मजहब तथा सम्प्रदायों को सनातन धर्मावलम्बियों ने सुरक्षा व संरक्षण देने का कार्य किया है। सनातन धर्मावलम्बियों ने कभी भी स्वयं को विशिष्ट नहीं माना, बल्कि सदैव कहा कि ‘एकम् सत् विप्रा बहुधा वदन्ति’ अर्थात सत्य एक है, विद्वान व महापुरुष उन्हें अलग-अलग भाव से देखते हैं। अलग-अलग रास्तों से इनका अनुसरण करते हैं। जो सनातन रावण के अहंकार से नहीं मिटा, कंस के हुंकार से नहीं डिगा तथा बाबर और औरंगजेब के अत्याचार से नहीं मिटा, वह ऐसे सत्ता के लोभी लोगों से क्या मिटेगा। इन्हें अपने कृत्यों पर लज्जित होना चाहिए। रावण तथा हिरण्यकश्यप ने ईश्वर और सनातन धर्म की अवमानना करने का प्रयास किया था। कंस ने ईश्वरीय सत्ता को चुनौती दी थी, लेकिन वे सभी मिट गए।
ईश्वर सत्य तथा शाश्वत है। इसी प्रकार सनातन धर्म भी सत्य और शाश्वत है। 500 वर्षों पूर्व अयोध्या में सनातन धर्म को अपमानित करने का प्रयास किया गया था। आज ईश्वरीय अवतारों की कृपा से सनातन धर्म फिर से खड़ा हुआ है। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मन्दिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। दुनिया को मानवता के कल्याण के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देने वाली भारत की सनातन परम्परा पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए। यह भारत की राष्ट्रीयता का प्रतीक है तथा देश को नई प्रेरणा देने का माध्यम है। भारत ने जी-20 की थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ रखी है। भारत ने हजारों वर्षों से ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के भाव को माना है। हमें अपनी इन उपलब्धियों पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए।
श्रीकृष्ण ने निष्काम कर्म की प्रेरणा दी। ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन’ अर्थात बिना फल की चिन्ता किए अपना कर्म करते रहो। साथ ही, ’परित्राणाय साधूनाम् विनाशाय च दुष्कृताम्’ के भाव के साथ सज्जनों की रक्षा एवं संरक्षण के लिए कार्य करें, वहीं दुष्ट प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ कठोरता से कार्य करें। उत्तर प्रदेश पुलिस बल ने भगवान श्रीकृष्ण के इन सभी उपदेशों को अंगीकार करके प्रदेश के परसेप्शन को बदलने में बड़ी भूमिका का निर्वहन किया है।इसी का परिणाम है कि विगत एक वर्ष में उत्तर प्रदेश में 31 करोड़ पर्यटक आए हैं। उत्तर प्रदेश देश में निवेश के सबसे बड़े गंतव्य के रूप में उभरा है। प्रदेश के बारे में लोगों की धारणाएं बदल चुकी हैं। आज लोग यह मानते हैं कि उत्तर प्रदेश देश में सबसे अधिक प्रगति करने वाले राज्यों में है। अग्रणी राज्यों में उत्तर प्रदेश की गिनती हो रही है।