कोलंबो। बेहतरीन गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण की बदौलत भारत ने मंगलवार को एक लो स्कोरिंग मैच में मेजबान श्रीलंका को 41 रनों से हरा कर शान के साथ एशिया कप 2023 के फाइनल में प्रवेश कर लिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुये 49.1 ओवर में 213 रन बनाये जिसके जवाब में श्रीलंका की पूरी टीम 41.3 ओवर के खेल में 172 रन बना कर पवेलियन लौट गयी। भारत की इस जीत में गेंदबाजों के साथ साथ क्षेत्ररक्षण का भी योगदान अहम रहा। पाकिस्तान के खिलाफ पांच विकेट लेने वाले कुलदीप यादव ने श्रीलंका के खिलाफ भी शानदार गेंदबाजी का मुजाहिरा किया और 43 रन देकर चार विकेट लिये वहीं बल्लेबाजी में विफल रहे रवीन्द्र जडेजा ने कप्तान दसून शानका (9) के अलावा धनंजय डिसिल्वा (41) का विकेट लेकर दुनिथ वेल्लालगे (41) के साथ पनप रही खतरनाक साझीदारी को तोड़ा जो अंतत: भारत की जीत का कारक बनी।
हार्दिक पंडया ने बीच के ओवरों में अपनी भूमिका का बखूबी निर्वहन किया। उन्होने कंजूसी भरी गेंदबाजी करते हुये महीश थीक्षणा (2) का विकेट चटकाया जिनका शानदार कैच मिड आन पर स्थानापन्न खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव ने डाइव लगाते हुये लिया। इससे पहले जसप्रीत बुमराह ने पथुम निसंका (6) और कुसल मेंडिस (15) का विकेट चटका कर भारत की उम्मीदों को पंख लगाये।दिमुथ करुणारत्ने (2) को मोहम्मद सिराज ने शुभमन गिल के हाथों कैच आउट कर निपटाया।
भारत की जीत के बावजूद श्रीलंका के हरफनमौला दुनिथ वेल्लालगे पूरे मैच में आकर्षण का केंद्र बने। बीस वर्षीय युवा वेल्लालगे ने न सिर्फ पांच अहम विकेट चटका कर भारत की पारी को कम स्कोर पर सीमित करने में महती भूमिका निभायी बल्कि बाद में बल्ले से भी शानदार प्रदर्शन् करते हुये नाबाद 42 रन बनाये। उन्हे प्लेयर आफ द मैच घोषित किया गया।
इससे पहले दुनिथ वेल्लालगे (40 रन पर पांच विकेट) और चरिथ असलंका (18 रन पर चार विकेट) की घातक फिरकी गेंदबाजी के बीच कप्तान रोहित शर्मा (53),इशान किशन (33) और केएल राहुल (39) की उपयोगी पारियों की मदद से भारत ने 49.1 ओवर के खेल में 213 रन बनाये। आर प्रेमदास स्टेडियम पर टास जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने सधी शुरूआत की। रोहित शर्मा ने शुभमन गिल (19) के साथ पहले 11 ओवर में तेज गति से 80 रन जोड़े। तेज गेंदबाजो की धुनायी होते देख श्रीलंका के कप्तान दसून शनाका ने गेंद स्पिनरों को थमायी जिन्होने निराश नहीं किया। बीस वर्षीय वेल्लालगे ने सबसे पहले गिल को क्लीन बोल्ड आउट कर चलता किया जबकि अपने अगले ओवर में उन्होने विराट कोहली (3) को मिड विकेट पर कैच करा कर भारत को सबसे बड़ा झटका दिया।
भारतीयों के लिये खतरनाक बन चुके वेल्लालगे यहीं नहीं थमे और उन्होने रोहित शर्मा की गुल्लियां उड़ा कर विपक्षी टीम को बैकफुट पर ला दिया। मात्र 11 रनों के अंतर पर तीन अहम विकेट गंवाने के बाद इशान किशन और केएल राहुल ने धैर्य का परिचय देते हुये स्कोरबोर्ड को आगे चलाना शुरू किया। दोनो खिलाडियों ने चौथे विकेट के लिये महत्वपूर्ण 63 रन जोड़े मगर इस बीच राहुल वेल्लालगे की एक गेंद पर रिवर्स कैच थमा बैठे। हार्दिक पंड्या (5) और रवीन्द्र जडेजा (4) चरिथ असलंका के शिकार बने। उनके सस्ते में आउट होने से टीम पर फिर संकट के बादल मंडराने लगे। बुमराह (5) और कुलदीप यादव (0) के आउट होने के बाद भारतीय पारी के 200 रनों के भीतर सिमटने की संभावना प्रबल हो चुकी थी मगर आखिरी बल्लेबाज के तौर पर क्रीज पर उतरे मोहम्मद सिराज (5 नाबाद) ने अक्षर पटेल (26) का भरपूर साथ निभाते हुये स्कोर को 213 रनों तक पहुंचाने मे सफलता हासिल की। वेल्लालगे के अलावा असलंका श्रीलंका की ओर से सर्वाधिक प्रभावी गेंदबाज बने जिन्होने नौ ओवरों में मात्र 18 रन खर्च कर चार विकेट अपनी झोली में डाले और स्पिन के खिलाफ भारत की मजबूत बल्लेबाजी को बौना साबित कर दिया। (वार्ता)