उमेश तिवारी
काठमांडू/नेपाल। भारतीय सेना हिंद-प्रशांत देशों के सेना प्रमुखों के दो दिवसीय सम्मेलन की मेजबानी करेगी, जिसका उद्देश्य चीन की बढ़ती सैन्य ताकत पर बढ़ती वैश्विक चिंताओं की पृष्ठभूमि के खिलाफ शांति, समृद्धि और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एक आम रणनीति विकसित करना है। नेपाली सेना प्रमुख जनरल प्रभु राम शर्मा 25 से 27 सितंबर तक भारतीय राजधानी में आयोजित होने वाले 13 वें हिंद-प्रशांत सेना प्रमुख सम्मेलन (IPACC) में भाग लेने के लिए रविवार को नई दिल्ली पहुंचे।
भारतीय सेना हिंद-प्रशांत देशों के सेना प्रमुखों के दो दिवसीय सम्मेलन की मेजबानी करेगी, जिसका उद्देश्य चीन की बढ़ती सैन्य ताकत पर बढ़ती वैश्विक चिंताओं की पृष्ठभूमि के खिलाफ शांति, समृद्धि और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एक आम रणनीति विकसित करना है। अधिकारियों ने कहा कि 22 देशों के पंद्रह सेना प्रमुख और प्रतिनिधिमंडल इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।
अमेरिकी सेना सम्मेलन की सह-मेजबानी कर रही है। नेपाल सेना के अनुसार, इंडो-पैसिफिक सेनाओं के प्रमुखों के कॉन्क्लेव में विभिन्न संकटों को कम करने में सैन्य कूटनीति की भूमिका, क्षेत्र के सशस्त्र बलों के बीच सहयोग बढ़ाने के तरीकों को बढ़ावा देने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। यात्रा समाप्त करने के बाद जनरल शर्मा 28 सितंबर को वापस काठमांडू लौटेंगे।