भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावी रैली करने आए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे (गांधी) झूठ की दुकान के ‘मैनेजर’ हैं और उन्हें प्रदेश में वोट नहीं, झूठे वचन पत्र के लिए माफी मांगनी चाहिए। चौहान ने अपने बयान में कहा कि गांधी झूठ की दुकान के ‘मैनेजर’ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ झूठ के ‘सेल्समेन’ हैं। दोनों मिलकर प्रदेश में झूठ बेच रहे हैं। गांधी छत्तीसगढ़ और राजस्थान की कांग्रेस सरकार के काले कारनामे मध्यप्रदेश में गिना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बात मोहब्बत की करते हैं, लेकिन असलियत में वो झूठ की दुकान चला रहे हैं, मध्यप्रदेश आकर भी वो सिर्फ झूठ ही बोलते हैं। शहडोल के ब्यौहारी में कल वे महिला अपराध और आदिवासियों को लेकर झूठ बोलकर चले गए। दरअसल वे कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ और राजस्थान की सरकारों द्वारा किये जा रहे काले कारनामों को मध्यप्रदेश में गिना रहे हैं, क्योंकि यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार में 20 साल में जनकल्याण और विकास के जो कार्य हुए हैं उसमें हर वर्ग खुशहाल है। चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश को बांटा है, राहुल गांधी भी मध्यप्रदेश को बांटने के लिए आए थे। वे मध्यप्रदेश की जनता से कमलनाथ की ‘करप्शन, कमीशन और क्राइम’ वाली 15 माह की सरकार के कुकर्मों के लिए माफी मांगें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी ने 2018 के चुनाव के समय मध्यप्रदेश आकर किसानों की कर्जमाफी का वादा किया था, और कहा था यदि 10 दिन में कर्जमाफ नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री बदल दूंगा, लेकिन सच्चाई इसके उलट है न तो कांग्रेस की सरकार कर्जा माफ कर सकी और न ही मुख्यमंत्री बदल सकी, इसलिए मध्यप्रदेश की जनता ने सवा साल में ही कांग्रेस की सरकार बदल दी। उन्होंने कहा कि बैगा, भारिया और सहरिया बहनों को आहार अनुदान के तहत मिलने वाले एक हजार रुपए बंद करने वाले आज किस मुंह से महिलाओं के विकास की बात कर रहे हैं। राहुल गांधी जवाब दें कि आखिर क्यों आदिवासी बहनों का हक छीना, क्यों किसानों की कर्जमाफी न करके उन्हें डिफाल्टर बनाया? राहुल गांधी वोट नहीं, मध्यप्रदेश की जनता से माफी मांगें। (वार्ता)