- योगी सरकार के छह वर्षों के कार्यकाल में शिक्षा व्यवस्था में आये बदलावों ने दी यूपी को नई पहचान
- भारत में है दुनिया की सबसे बडी मेधा शक्ति
- मोदी सरकार की डिजिटल क्रान्ति के बाद अब गांव में बैठी दादी वीडियों काल पर लेती है शहर में बैठे पोते का हालचाल
- स्र्माटफोन व टेबलेट वितरण शिक्षा के डिजिटलीकरण का अंग
लखनऊ । राज्यसभा सांसद व पूर्व उपमुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश डा दिनेश शर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति के आने के बाद से शिक्षा की दिशा और स्तर दोनो बदला है। शिक्षा में बदलाव के साथ ही तमाम प्रकार के नए कोर्स के साथ नए महाविद्यालय व विश्वविद्यालय भी खुले हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि योगी सरकार के पहले कार्यकाल में प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभालने के दौरान ही उन्होंने शोध के प्रसार के लिए महाविद्यालयों के शिक्षकों को भी शोध कराने का अधिकार तथा प्रोफेसर पदनाम दिया। यह बडा क्रान्तिकारी कदम था। उस समय ही नई शिक्षा नीति आई थी और उत्तर प्रदेश देश में नई शिक्षा नीति लागू करने के मामले में अग्रणी रहा था। प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता बढी थी। जब प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं के लिए स्टैंड अप इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया जैसी योजनाए आरंभ की उस समय यूपी में भी युवाओं को शिक्षा के साथ रोजगार पाने के योग्य बनाने की शुरुवात हुई और रोजगारपरक शिक्षा की व्यवस्था की गई।
नारी शिक्षा निकेतन स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना के तहत छात्राओं को स्मार्टफोन व टेबलेट वितरण समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया की परिकल्पना के साथ ही हर बच्चे तक टेबलेट व फोन पहुचाने की भी व्यवस्था की है। आज छात्राओं को जो टेबलेट वितरित किए जा रहे हैं, वह प्रदेश की शिक्षा के डिजिटलीकरण का अंग है जो योगी सरकार के पहले कार्यकाल में आरंभ हुई थी। प्रदेश में सबसे बडी डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण हुआ जिसमें 78 हजार से अधिक ई-कंटेन्ट मौजूद हैं। इस लाइब्रेरी के लिए आईआईटी खडगपुर व आष्ट्रेलिया के राजदूत ने लखनऊ आकर यूपी के उच्च शिक्षा विभाग के साथ करार किया था। कोरोना जैसे समय में शिक्षा का प्रवाह बाधित नहीं हुआ। योगी सरकार के कार्यकाल में शिक्षा व्यवस्था में आये बदलाव ने प्रदेश को नई पहचान दी है।
विपक्षी सरकारों के कार्यकाल में नकल के लिए बदनाम हुआ यूपी योगी सरकार में नकलविहीन परीक्षा के माडल के रूप में उभरा था। प्रदेश में आजादी के बाद पहली बार कोर्स व पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया। अब चन्दा मामा दूर के नहीं बल्कि अब चन्द्रमा पर पहुचने के बाद मिशन सूर्य भी आरंभ हो गया है। प्रदेश में शोध को प्रोत्साहन के लिए हर विश्वविद्यालय में शोध पीठ आरंभ किए गए। पहले भारत के छात्र विदेश में पढने जाते थे पर अब विदेशी छात्र पढने के लिए उत्तर प्रदेश में आ रहे हैं। विदेशी विश्वविद्यालय प्रदेश में कैम्पस खोलने जा रहे हैं। राज्यसभा सांसद ने कहा कि दुनिया की सबसे बडी मेधा शक्ति भारत में है। भारत का मिशन चन्द्रयान और कोरोना जैसे समय में पहली बार स्वदेशी बैक्सीन का निर्माण जैसी तमाम बाते इसकी गवाही दे रही हैं। किसी समय कांग्रेसी शासनकाल में भारत के लोगो को अपना सडा हुआ लाल रंग का गेंहू जो वहां के जानवर नहीं खाते थे उसे भारत को बेचने वाला अमेरिका कोरोना के समय में भारत से अपने यहां के नागरिकों की जान बचाने के लिए दवा मांग रहा था। भारत ने अपने लोगों को कोरोना से सुरक्षित करने के साथ ही तमाम अन्य देशों को भी वैक्सीन दी थी। कभी याची रहने वाला भारत इस बार मोदी के कार्यकाल में दाता बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि कभी खेलो में फिसड्डी रहने वाले भारत ने इस बार के एशियाड में पदकों का शतक लगाया है।
मोदी सरकार के नौ साल देश में हर क्षेत्र में क्रान्तिकारी बदलाव लेकर आए हैं। गांव-गांव में इंटरनेट की सुविधा ने डिजिटल क्रान्ति ला दी है। लोग मात्र एक क्लिक से छोटे से लेकर बडे भुगतान कर रहे हैं। अब डाकिया डाक नहीं लाता है बल्कि गांव में बैठी दादी भी अब शहर में दूर बैठे अपने पोते से वीडियों काल पर ही हाल चाल ले लेती है। अब हर गरीब के पास अपने घर का सपना साकार होने के साथ ही घर में बिजली, शौचालय, गैस का सिलेन्डर जैसी सभी मूलभूत सुविधाए भी सरकार दे रही है। कोरोना के समय से राशन मुफ्त में दिया जा रहा है। गरीब को बीमार होने पर इलाज की चिन्ता अब नहीं करनी पडती है क्योंकि मोदी सरकार ने पॉच लाख तक के फ्री उपचार की व्यवस्था कर दी है। आज भारत की जीडीपी सबसे अधिक हैं और देश सबसे तेजी से बढती अर्थव्यवस्था हैं। उत्तर प्रदेश मोबाइल निर्माण का हब बना है। इस अवसर पर सैकड़ो छात्राओं को स्मार्टफोन व टेबलेट वितरित किए गए। इस अवसर पर नारी शिक्षा निकेतन के प्रबंधक नीरज पाठक प्रधानाचार्य सपना वर्मा नोडल अधिकारी प्रोफेसर सीमा सिंह सहित भारी संख्या में शिक्षक व छात्राएं उपस्थित थी आज पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा बाल्मीकि जयंती के अवसर पर परिवर्तन चौक वाल्मीकि प्रेरणाय स्थल बीरबल साहनी मार्ग हुसैनाबाद इमामबाड़े के पास पीर बुखारा निशातगंज तथा अन्य कई स्थानों पर सम्मिलित हुए और बाल्मीकि समाज को शुभकामनाएं देते हुए महर्षि वाल्मीकि के बताए रास्ते पर चलने का आह्वान किया।