नई दिल्ली। विपक्षी नेताओं के फोन हैक करने के आरोपों और एप्पल कंपनी द्वारा इस संबंध में अपने कुछ ग्राहकों भेजे गये एलर्ट पर सरकार ने आज कहा कि सरकार सभी नागरिकों की गोपनीयता और सुरक्षा की रक्षा करने की अपनी भूमिका को बहुत गंभीरता से लेती है और इन नोटिसों की तह तक जाने के लिए जांच की जायेगी और उसमें एप्पल को शामिल होने के लिए कहा गया है। संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस संबंध में आरोप लगाये जाने के बाद माइक्रो ब्लागिंग साइट एक्स पर एक के बाद एक पांच संदेश के माध्यम से सरकार का पक्ष रखा।
उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी और अटकलों के बीच सरकार द्वारा फोन हैक किये जाने के आरोपों पर वास्तविक, सटीक जानकारी के साथ एप्पल को जांच में शामिल होने के लिए भी कहा गया है। उन्होंने कहा कि फोन हैक किये जाने के बारे में एप्पल की ओर से एलर्ट भेजे जाने के बारे में कुछ सांसदों के साथ-साथ अन्य लोगों के मीडिया में आये बयान चिंताजनक है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार उन्हें मिले एलर्ट में उनके उपकरणों को सरकार प्रायोजिक हैकिंग की बात की गयी है। हालाँकि इस मुद्दे पर एप्पल की अधिकांश जानकारी अस्पष्ट और गैर-विशिष्ट प्रकृति की लगती है।
एप्पल का कहना है कि ये एलर्ट शायद उन सूचनाओं पर आधारित हैं जो ‘अधूरी या अपूर्ण’ हैं। उन्होंने कहा कि एप्पल ने यह भी दावा किया है कि उसके आईडी उपकरणों पर सुरक्षित रूप से एन्क्रिप्टेड हैं, जिससे उपयोगकर्ता की स्पष्ट अनुमति के बिना उन तक पहुंच या पहचान करना बेहद मुश्किल हो जाता है। यह एन्क्रिप्शन उपयोगकर्ता की एप्पल आईडी की सुरक्षा करता है और यह सुनिश्चित करता है कि यह निजी और संरक्षित रहे। उल्लेखनीय है कि पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में संसदीय समिति की जांच का सामना कर रही तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने यह आरोप लगाये थे और उसके बाद कई विपक्षी सांसदों ने भी ये आरोप लगाये हैं। कि उन्हें उनके एप्पल फोन या ईमेल को हैक करने का एलर्ट मिला है। (वार्ता)