नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि पांच राज्यों के चुनाव की तिथियां सामने आते ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) सक्रिय हो जाता है और विपक्षी दलों पर उसकी छापेमारी की कार्रवाई तेज हो गई है। जिससे लगता है कि मोदी सरकार, भारतीय जनता पार्टी और ED का गठबंधन विधानसभा चुनाव लड़ रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी, पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी व रंजीत रंजन ने सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि छत्तीसगढ़ में महादेव एप के खिलाफ ED ने पिछले साल मार्च में जांच का काम शुरू कर दिया था लेकिन जैसे ही छत्तीसगढ़ से अन्य राज्यों में चुनाव की तिथियां सामने आती है इस मामले को लेकर के छापेमारी तेज हो जाती है।
उन्होंने कहा कि इन स्थितियों को देखते हुए लगता है कि कांग्रेस के खिलाफ पांचों राज्यों में भाजपा, केंद्र सरकार और ED गठबंधन चुनाव लड़ रहा है। यह तीनों एक दूसरे के सहयोगी के रूप में मिलकर विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बना रहे हैं और चुनाव से ठीक पहले उन्हें बदनाम करने का प्रयास कर रहे है। प्रवक्ता ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि महादेव एप को लेकर मिली शिकायतों पर ED छह महीने से कार्रवाई कर रही है और उसने इस एप पर अब तक कोई प्रतिबंध नहीं लगाया और अब अचानक चुनाव से पहले उस पर रोक लगा दी जाती है। सवाल है कि सरकार ने इस एप को पहले प्रतिबंधित क्यों नहीं किया। इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बताते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस बारे में आ रही बयानों को लेकर तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।
उन्होंने कहा,कि भूपेश बघेल ने 24 अगस्त को महादेव एप का पूरा कच्चा-चिट्ठा खोला। तब भी मोदी सरकार ने एप को बैन नहीं किया। अब चुनाव से एक हफ्ते पहले ED ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए। हमने चुनाव आयोग से मुलाकात की मांग रखी थी। हमें आयोग ने आज बुलाया भी था, लेकिन हमें अभी पता चला कि ‘आयोग व्यस्त है और वे हमें आठ या नौ नवंबर को बुलाएंगे’। सिंघवी ने कहा,कि हम चुनाव में पारदर्शिता की बात कर रहे हैं क्योंकि इस मामले में कदम उठाने का औचित्य,चुनाव के प्रथम चरण से पहले का है। देश के आईटी मिनिस्ट्री के मंत्री महादेव एप पर अजीबोगरीब बयान देते हुए छत्तीसगढ़ सरकार पर दोषारोपण करते हैं। वे कहते हैं- राज्य की तरफ से एप बैन करने का कोई अनुरोध नहीं आया। जिस एप पर ED जांच कर रही है, उसे बैन करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार का अनुरोध चाहिए। ये बयान तो ‘चोर की दाढ़ी में तिनका’ जैसा मालूम होता है।
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा,कि खुद को महादेव एप का मैनेजर बताने वाला आदमी दुबई में बैठकर एक वीडियो रिलीज करता है। वीडियो में वह ऐसे मुख्यमंत्री के खिलाफ बोल रहा है जिसने उसके खिलाफ इतनी कड़ी कार्रवाई की, कि उसे भागकर दुबई जाना पड़ा। फिर इस वीडियो के तुरंत बाद भाजपा अपनी प्रेस रिलीज जारी करती है। आखिर ये रिश्ता क्या कहलाता है। रंजन ने कहा, कि पांच राज्यों में अपनी हार को देखकर भाजपा घबरा गई है। इसलिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की छवि को गिराने के लिए भाजपा इस तरह के काम कर रही है। महादेव एप से जुड़े वीडियो में जिस व्यक्ति का नाम आ रहा है और जिस गाड़ी में पैसों की बात हो रही है-ये दोनों भाजपा से जुड़े हुए हैं।(वार्ता)