नया लुक ब्यूरो
रांची। पूजा सिंघल को बृहस्पतिवार (14 दिसंबर) को भी जमानत नहीं मिली। उनकी जमानत याचिका पर अब 8 जनवरी 2024 को सुनवाई होगी। खूंटी जिले में महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) घोटाला से जुड़े मनी लाउंडरिंग केस में जेल में बंद पूजा सिंघल ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत के लिए याचिका डाली थी। इसके पहले भी उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से जमानत देने की अपील की थी, लेकिन उनकी अपील को शीर्ष अदालत ने ठुकरा दिया था। 2000 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को 11 मई 2022 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद झारखण्ड सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था।जब उन्हें ईडी ने गिरफ्तार किया, उस वक्त पूजा सिंघल खनन विभाग की सचिव थीं। वर्तमान में राजधानी राँची के होटवार जेल में बंद हैं। पूज और उनके पति से जुड़े कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था।पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) सुमन कुमार के आवास से करीब 20 करोड़ रुपए नकद बरामद हुए थे। इसके बाद आगे की जांच के बाद उन्हें ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था।बेटी के इलाज के लिए पूजा सिंघल को कोर्ट ने कुछ दिनों के लिए जमानत दी थी।बाद में उन्हें फिर से जेल भेज दिया गया।
पूजा सिंघल से जुड़े मनी लाउंडरिंग केस में उनके पति अभिषेक झा एंटीसिपेटरी बेल पर हैं। पूजा सिंघल को कोर्ट से इस मामले में कोई बड़ी राहत नहीं मिली है। ईडी ने कोर्ट को बताया कि पूजा सिंघल से शादी करने के बाद अभिषेक झा की कमाई में कई गुणा इजाफा हुआ। केंद्रीय जांच एजेंसी ने यह भी दावा किया है कि पूजा सिंघल ने भ्रष्टाचार के जरिए जो पैसे कमाए, वह सीधे उनके पति अभिषेक झा के अकाउंट में ट्रांसफर हुए। दूसरी तरफ, पूजा के पति अभिषेक का कहना है कि उनके अकाउंट में जो पैसे हैं, वह उनकी नौकरी से कमाए पैसे हैं।
ज्ञात हो कि पूजा सिंघल की अभिषेक झा के साथ जून 2011 में शादी हुई थी।पूजा सिंघल फरवरी 2009 से जुलाई 2010 तक खूंटी जिले की उपायुक्त थीं।उनके खिलाफ मुकदमे की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा था कि बड़े पैमाने पर सरकारी धन का गबन हुआ है। पीएमएलए (धन शोधन रोकथाम अधिनियम) के तहत कई स्तर पर अवैध तरीके से पैसे कमाने के आरोप पूजा सिंघल पर लगे। इतना ही नहीं, एजेंसी ने राँची, कोलकाता, चंडीगढ़, फरीदाबाद, गुरुग्राम और मुजफ्फरपुर में पूजा सिंघल और उनके सहयोगियों से जुड़े ढाई दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की। इसमें कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल इक्विपमेंट्स बरामद हुए। इसके साथ ही 19.76 करोड़ रुपए नकद भी ईडी ने जब्त किए थे।