- चार दिन बाद भी आरोपी पुलिस की पहुंच से दूर
अजीत तिवारी
प्रतापगढ़। बीते गुरुवार की शाम को ग्यारह हजार की लाइन ठीक करते समय धर्मेंद्र प्रजापति की करंट से दर्दनाक मौत हो गई थी। उस दौरान विद्युत उपकेंद्र पर तैनात करुणेश शर्मा मौजूद था। धर्मेंद्र प्रजापति करुणेश शर्मा को शटडाउन वापस नहीं किया गया था। खंभे पर धर्मेंद्र प्रजापति था कि आपूर्ति बहाल कर दी गई। मृतक धर्मेंद्र प्रजापति के पिता राम दिन की तहरीर पर पुलिस ने करुणेश शर्मा को अभियुक्त बनाया गया है। गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने में हाफ रही है। जबकि संविदा लाइनमैन धर्मेंद्र प्रजापति के परिजनों को 15 दिन का आश्वासन देकर शव का बेलखरनाथ धाम में दाह संस्कार कर दिया गया।
अब सवाल यह उठता है कि धर्मेंद्र प्रजापति गुरुवार की शाम 11000 की लाइन ठीक करने के लिए करुणेश शर्मा से शटडाउन लेकर खंभे पर चढ़ा और बिना शटडाउन वापस किए आपूर्ति क्यों बहाल कर दी गई यह भी एक जांच का विषय है। कहीं धर्मेंद्र प्रजापति के पीछे कोई साजिश तो नहीं थी। क्षेत्र के लोगों में चर्चा बना हुआ है। आरोपी करुणेश शर्मा को कब गिरफ्तार करती है मृतक के परिजन भी इस पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। धर्मेंद्र प्रजापति के पिता रामदीन ने बताया कि एसडीओ शैलेंद्र सिंह के अलावा घटना के बाद से धर्मेंद्र के घर अन्य कोई कर्मचारी झांकने तक नहीं गया है।
कंधई पुलिस दावे तो कर रही है लेकिन दावों में दम नहीं दिख रहा। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी न होने से धर्मेंद्र प्रजापति के परिजनों में भारी आक्रोश व्याप्त है। पिता रामदीन और पत्नी संगीता का कहना है कि तहरीर में जिन लोगों को और शामिल किया गया था पुलिस उन्हें छोड़कर सिर्फ एक ही व्यक्ति को आरोपी बनाया है। पुलिस का कहना है कि जो तहरीर दी गई थी उसी के मुताबिक मुकदमा पंजीकृत किया गया है। धर्मेंद्र प्रजापति के दाह संस्कार के बाद बिजली विभाग के साथ-साथ अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौन साध लिए हैं।