- भारतीय तथा विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पोखरा के होटल व्यवसाईयों की 20 सदस्यीय टीम पहले चरण में पहुंची भैरहवा
- नेपाली पर्यटन क्षेत्र को 2024 से बड़ी उम्मीदें: लक्ष्मण सुवेदी
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज । भारतीय तथा विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पोखरा के होटल व्यवसाईयों की 20 सदस्यीय टीम बीते रविवार को संघ के अध्यक्ष लक्ष्मण सुवेदी के नेतृत्व में भैरहवा पहुंची। जहां भैरहवा रिजार्ट में एक बैठक हुई जिसमें नेपाल में पर्यटन के विकास को लेकर व्यापक चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता होटल व्यवसाई संघ पोखरा के अध्यक्ष लक्ष्मण सुवेदी और संचालन सिद्धार्थ संज्जाल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल ज्ञवाली ने की। बैठक में होटल एसोसिएशन ने कहा कि 2024 नेपाली पर्यटन के लिए आशाजनक लग रहा है। पर्यटन क्षेत्र के धीरे-धीरे महामारी के प्रभाव से बाहर आने के बारे में होटल व्यवसाईयों का कहना है कि इस बात की आशा बढ़ रही है कि अब स्थिति में सुधार होगा।
होटल एसोसिएशन पोखरा के अध्यक्ष लक्ष्मण सुवेदी ने कहा कि पर्यटन में शुरुआती रुझान उत्साहजनक है। भारतीय पर्यटक फिर से बड़ी संख्या में नेपाल आ रहे हैं, जबकि चीनी सरकार ने भी अपने नागरिकों के लिए बाहरी यात्राएं फिर से शुरू करने की घोषणा की है। सुवेदी ने कहा कि 2022 में, चीन के किसी महत्वपूर्ण योगदान के बिना पर्यटकों का आगमन 600,000 से अधिक हो गया, जो नेपाल के लिए दूसरा सबसे बड़ा स्रोत बाजार था। उत्तरी पड़ोसी देश द्वारा कोविड-19 महामारी के शुरुआती दिनों से ही आउटबाउंड पर्यटन को निलंबित करने के बाद से चीन से नेपाल के लिए अधिकांश उड़ानें निलंबित थीं। अब चीनी नागरिकों की आउट बाउंड यात्रा फिर से शुरू कर दी गई है। हम 2024 में कम से कम 12 लाख भारतीय पर्यटकों का स्वागत कर सकते हैं।
पोखरा क्षेत्र के होटलों में लगभग पांच अरब रूपए लगानी लग चुकी है। इस क्षेत्र में करीब एक हजार दो सौ होटल बनकर तैयार है। आज के दिन जिसमें 40 हजार बेड मौजूद हैं ।साथ ही 15 हजार लोगों को रोजगार भी मिलेगा ऐसी हमें आशा है। उन्होंने कहा कि पोखरा आओ अभियान पूरे देश में चलाया जा रहा है जिसमें नेपाल पर्यटन बोर्ड, होटल संघ पोखरा, पोखरा पर्यटन परिषद, नेपाल टूर एंड ट्रेवल्स (नाट्टा) , ट्रैकिंग एजेंसीज एसोसिएशन ऑफ नेपाल (टान) अपनी सहभागिता निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पर्यटकों के लिए तमाम तरह की सुविधा का भी ध्यान दिया जा रहा है। होटल व्यवसाई संघ के केंद्रीय अध्यक्ष सीपी श्रेष्ठ ने कहा अब नेपाल का माहौल पूरी तरह विदेशी और भारतीय पर्यटकों के लिए अनुकूल है। श्रेष्ठ ने कहा कि हमें उम्मीद है कि 2024 नेपाल के लिए शुभ होगा।
श्रेष्ठ ने बताया कि एनटीबी ने अपनी 24 वीं वर्षगांठ पर कहा था कि उसका लक्ष्य 2024 में कम से कम 12 लाख भारतीय तथा विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करना है। यात्रा व्यापार उद्यमियों का कहना है कि सरकारी एजेंसियों सहित संबंधित हितधारकों को 1 मिलियन लक्ष्य को साकार करने के लिए दृढ़ता से कार्य करना चाहिए। “पर्यटन से जुड़े सभी हितधारकों को यह संदेश देना चाहिए कि नेपाल अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों का प्रभावी ढंग से और शीघ्रता से स्वागत करने के लिए तैयार है। हम इस संदेश को जितना अधिक प्रभावी ढंग से प्रसारित करेंगे, 2024 में नेपाल उतने ही अधिक पर्यटकों का स्वागत करेगा। इस संबंध में सिद्धार्थ संज्जाल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल ज्ञवाली ने कहा कि बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटकों को नेपाल लाने वाली एयरलाइंस – टर्किश एयरलाइंस, कतर एयरवेज, कोरियन एयर के साथ-साथ चीनी एयरलाइंस ने नेपाल में अपना पूर्ण संचालन शुरू नहीं किया है।
पोखरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के उद्घाटन के बाद अब तीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। अन्य दो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे- काठमांडू में त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और लुंबिनी भैरहवा में गौतम बुद्ध अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नियमित संचालन के लिए आंदोलन चल रहा है। त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे को लंबे समय से यातायात की भीड़ का सामना करना पड़ रहा है, जबकि नए हवाई अड्डों को अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइनों के लिए बढ़ावा दिया जाना बाकी है। पर्यटन उद्यमियों का कहना है कि नेपाल में अब दो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों का पूर्ण उपयोग अभी भी सवालों के घेरे में है। नेपाल सरकार को इन दो नए हवाई अड्डों की मार्केटिंग करनी चाहिए। यदि हम पर्यटन के बुनियादी ढांचे में सुधार करते हैं जिसमें हवाई कनेक्टिविटी भी शामिल है तो यह आगमन को बढ़ावा दे सकता है।
होटल संघ पोखरा की सचिव पार्वती पांडे ने कहा कि अगर ये हवाईअड्डे ठीक से संचालित किए जाएं, तो अधिक यात्रियों को संभाल सकते हैं और विदेशी पर्यटकों के आगमन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार की अपनी पर्यटन पुनरुद्धार योजनाएं भी हैं। दिसंबर के अंत में, संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने नेपाल पर्यटन दशक 2023-2032 के लिए डिजाइन किए गए रणनीतिक ढांचे का अनावरण किया है। रूपरेखा के अनुसार, नेपाल अगले 10 वर्षों में भारत भूमि से आने वाले पर्यटकों को छोड़कर 3.5 मिलियन पर्यटकों को लाने की योजना बना रहा है। इस योजना का लक्ष्य 2024 तक पर्यटकों की संख्या को महामारी-पूर्व स्तर पर लाना और प्रत्येक अगले वर्ष में आगमन में 15 प्रतिशत की वृद्धि करना है। पांडे ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा 2023-2032 को नेपाल पर्यटन दशक के रूप में घोषित करने की घोषणा करनी चाहिए।
बैठक में होटल व्यवसाई संघ पोखरा के पूर्व अध्यक्ष एवं सलाहकार विप्लव पौड़ेल, प्रथम उपाध्यक्ष दीपक श्रेष्ठ, द्वितीय उपाध्यक्ष गणेश राज पहाड़ी, महासचिव राजेंद्र ढकाल, सचिव पार्वती पांडे, कोषाध्यक्ष नेत्र प्रसाद पौड़ेल,सह-कोषाध्यक्ष वैभव पौड़ेल, नेपाल पर्यटन बोर्ड पोखरा के वरिष्ठ अधिकृत कुंदन शर्मा, नेपाल पर्यटन परिषद पोखरा के अध्यक्ष पोप नारायण श्रेष्ठ,नाट्टा गंडकी प्रदेश पोखरा की महासचिव संगीता पौड़ेल,टान गंडकी प्रदेश पोखरा के अध्यक्ष धर्मराज पंथी, सचिव तीर्थराज सुवेदी, होटल व्यवसाई संघ पोखरा के कार्यसमिति सदस्य सरोज अधिकारी,डिल्ली राम गौतम, पत्रकारों में रूप नारायण ढकाल, दीनानाथ बाल, नेपाल पत्रकार महासंघ गंडकी प्रदेश के महासचिव गोविंद सुवेदी, रोहित राज पराजुली, होटल व्यवसाई संघ पोखरा के कार्यालय प्रमुख राम प्रसाद खनाल, नलिन न्योपाने, होटल व्यवसाई संघ नेपाल के केंद्रीय अध्यक्ष सीपी श्रेष्ठ, सिद्धार्थ संज्जाल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल ज्ञवाली, विष्णु शर्मा, भैरहवा भंसार एजेंट संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ शांत कुमार शर्मा, नेपाल-भारत मैत्री संघ भैरहवा के अध्यक्ष श्रीचंद गुप्ता, नेपाल-भारत मैत्री संघ बेलहिया उप शाखा के अध्यक्ष पशुपति कांदू और नेपाल-भारत मैत्री संघ के आजीवन सदस्य व सचिव तथा हर्षोदय टाइम्स भैरहवा नेपाल के पत्रकार मनोज कुमार त्रिपाठी मौजूद रहे।