- यूपी के पूर्व काबीना मंत्री मोती सिंह को भातृशोक, प्रयागराज में हुआ अंतिम संस्कार
- पार्थिव शरीर प्रतापगढ़ पहुंचते ही लग गया लोगों का तांता, बड़े-बूढे भी हुआ शामिल
पट्टी से नया लुक के विशेष संवाददाता विनय प्रताप सिंह
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह’ के बड़े भाई प्रताप बहादुर सिंह (85) का रविवार को इलाज के दौरान राजधानी लखनऊ स्थित संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज (SGPGI) के ट्रामा सेंटर में निधन हो गया। प्रताप बहादुर सिंह (बड़े लाल सिंह) कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।
रविवार की देर शाम तक उनका शव लखनऊ से प्रतापगढ़ पहुंच गया था। उनके निधन की खबर सुनकर बड़ी संख्या में लोग उनके सदर बाजार स्थित आवास पहुंचे। कुछ ही देर में पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया। आज (सोमवार) को उनका अंतिम संस्कार प्रयागराज के रसूलाबाद में हुआ।
प्रताप बहादुर सिंह के निधन पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोती सिंह को पत्र भेजकर दुःख जताया। प्रताप बहादुर के निधन को मुख्यमंत्री ने परिवार के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति व परिजनों को इस अपार दुःख को के सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए प्रार्थना भी की।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी मोती सिंह को पत्र भेजा। उन्होंने लिखा कि जानता हूं, यह हम-सबके लिए बहुत बड़ी क्षति है, पर ईश्वर को यही मंजूर था। बड़े भाई का नहीं होना, अपने अस्तित्व से पृथक होने जैसा है। यह असहनीय व्यथा है, धैर्य बनाए रखें। इसके अलावा यूपी के कई बड़े नेताओं ने फोन करके और उपस्थित होकर उनको सम्बल दिया।