- नेपाल के राजा पांच महाराजधिराज ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव ने मंगलवार को भारतीय सीमा से सटे नवलपरासी जिले का किया दौरा
- नवलपरासी में राजा के दर्शन को उमड़ा जनसैलाब,बर्दघाट के कालिका मंदिर में किया पूजा-अर्चना
- देश के संकट को मिटाने का एक मात्र उपाय केवल राजतंत्र,नेपाल बने पुनः हिंदू राष्ट्र- ध्रुव बहादुर प्रधान सांसद राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी नवलपरासी नेपाल
- नेपाल में राजतंत्र चाहती है देश की जनता- कृष्ण प्रसाद भंडारी सिद्धार्थ नगर पालिका वार्ड नंबर तीन भैरहवा नेपाल
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
नवलपरासी । भारतीय सीमा से सटे नेपाल के तराई जिले नवलपरासी के बर्दघाट में मंगलवार को पांच महाराजधिराज ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव मां कालिका माता मंदिर पहुंच कर विधि विधान से पूजन अर्चन किया। इस दौरान हजारों लोग राजा के दर्शन के लिए मंदिर परिसर से बाहर खड़े होकर राजा ज्ञानेन्द्र का अभिवादन व स्वागत किया। इस दौरान राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज राजा ज्ञानेन्द्र का काफिला दोपहर दो बजे भैरहवा के होटल सिद्धार्थ अभिलाषा से निकलकर सड़क मार्ग से नवलपरासी पहुंचा। उनके साथ उनकी बेटी प्रेरणा राज्य लक्ष्मी शाह भी बर्दघाट पहुंची थी।
जहां उनके दर्शन के लिए भारी भीड़ उपस्थित रही। उपस्थित भीड़ ने “हाम्रो राजा हाम्रो देश,प्रांण भंदा प्यारो छ” के नारे के साथ माहौल को गर्म कर दिया। भीड़ की मंशा के अनुरूप वहां परिसर में बने मंच से पांच महाराजधिराज ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव, और प्रेरणा राज्य लक्ष्मी शाह ने हाथ हिलाकर कर सभी का अभिवादन किया। भैरहवा से नवलपरासी तक राजा के धार्मिक यात्रा का जनता द्वारा जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ राम प्रसाद बस्याल, भैरहवा के पूर्व मेयर सागर प्रताप राणा, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रज्जवल बोहरा, गोपाल शर्मा समेत बड़ी संख्या में राजा समर्थक और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।