नई दिल्ली। शबनब का दृढ़ विश्वास है कि राम की पूजा किसी विशेष धर्म या क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है-यह सीमाओं को पार करती है और पूरी दुनिया को शामिल करती है। पदयात्रा के पीछे की प्रेरणा के बारे में पूछे जाने पर शबनम कहती हैं, ”भगवान राम सभी के हैं, चाहे उनकी जाति या धर्म कुछ भी हो।
अयोध्या में राम मंदिर के उद्धाटन से पहले एक-एक युवा मुस्लिम लड़की के भगवान राम के प्रति आस्था की अद्भूत कहानी सामने आई है। जो हिंदू-मुस्लिम भाई चारों की एक अनोखी मिसाल पेश कर रही है।
गौरतलब है कि शबनम नाम की एक मुस्लिम लड़की अपने दोस्तों के साथ मुंबई से अयोध्या तक फैदल यात्रा कर रही हैं। जिसकी हर तरफ जमकर तारीफ हो रही है। शबनम अपने दोस्तों रमन राज शर्मा और विनीत पांडे के साथ पैदल ही 1,425 किलोमीटर की दूरी तय करेगीं। (BNE)