मकर संक्रांति का संदेश

बलराम कुमार मणि त्रिपाठी
बलराम कुमार मणि त्रिपाठी

संदेश वाहक कल रूठा था,आज स्वस्थ है। उत्तरायण लगते ही प्रकृति बासंती वैभव की ओर उन्मुख हुआ। सबको मकर संक्रांति की शुभकामना। दैत्यों की रात्रि शुरु हुई देवो का दिन निकला। खरमास बीता सूर्य दक्षिण से उत्तर की दिशा मे उन्मुख हुए।
पंचदेवों के उपासक हैं, अत : उनके चरणो मे साष्टांग प्रणाम करते हुए विश्वकल्याण की शुभकामना करता हूं। मकर‌वाहिनी गंगा, मकरध्वज कामदेव और मकराकृत कुंडल धारी श्रीकृष्ण ने सारी दुनियां को अपनी छत्रछाया में ऐसा समेटा है कि इंसान इनकी नजरों से बच नहीं सकता।

वसंत के आगमन का संदेश वाहक सरसों के खेत मे लहलहाते पीले फूल हैं और आम के पल्लव के बीच मुसकाते बौर हैं । भारतीय परंपरायें सभी प्रकृति से जुड़ी हैं, हम सभी प्रकृति के ही कुसुम हैं। हम स्वयं को प्रभु के चरणों मै समर्पित होकर एक दूसरे के अभ्युदय की कामना करते हैं। आज नये चावल,उड़द की दाल की खिचड़ी… का दिन है। तिल का लड्डू ,दही -चिउड़ा और आपसी शुभकामना का पावन दिन। अहा! अयोध्या से शंखध्वनि भी आने लगी है। सरयू का पावन जल मुसकाने लगा है।

सूर्य भी गुरु वृहस्पति का गुरु कुल छोड़ बाहर आए और उन्होंने पुत्र की मकर राशि मे संक्रमण किया। प्रकृति को पीत परिधान मे नर्तन करने और बसंत को अपने गीत नृत्य से धरा को सुशोभित करने का आमंत्रण दे दिया। अब प्रकृति शीत बद्धता से मुक्त होगी गंधर्व और अपसराये स्वर्ग की आभा धरती पर बिखेरेंगे।

Analysis

महाराष्ट्र में भगवा का जलवा, ‘I.N.D.I.A.’ को फेल कर गया फ़तवा

अबकी बार योगी का नारा ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ ने दिलाई दमदार जीत शिवसेना के वोटरों में भारी टूट, बीजेपी जीत गई महाराष्ट्र के सभी बूथ मुम्बई से लाइव शिवानंद चंद गहरे समंदर की खामोशी पढ़ना आसान है, लेकिन वोटरों की खामोशी पढ़ना किसी भी शिक्षाविद, विद्वान और राजनेता के लिए कठि न है। यही गच्चा […]

Read More
Analysis

EXCLUSIVE: मंगलमास कार्तिक की पूर्णिमा का पूर्ण स्वरूप

संजय तिवारी कार्तिक पूर्ण मास है। प्रत्येक दिवस मंगल है। सनातन का मंगलमास। ऐसे में इस मास की पूर्णिमा तो अद्भुत ही है। सनातन संस्कृति में पूर्णिमा का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष 12 पूर्णिमाएं होती हैं। जब अधिकमास व मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 13 हो जाती है। कार्तिक पूर्णिमा […]

Read More
Analysis

सूर्य उपासना का महापर्व छठः वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा हो जाती है पूरी

इन तीन कथाओं से आप भी जान जाएँगे सूर्य षष्ठी यानी छठी मइया व्रत का महात्म्य धन–धान्य, आयु और आरोग्य देती हैं छठी मइया, जानें इनकी कथाएं सुनील कुमार इस पर्व की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस पर्व में सदियों से गंगा नदी व अन्य सरोवरों में सभी जाति व धर्मों के लोग […]

Read More